दुनिया में कई ऐसे रहस्यमयी मंदिर हैं लेकिन भारत को मंदिरों का शहर कहा जाता है। वहीं, आपने कई प्राचीन धार्मिक स्थलों और यहां रखी भगवान की प्रतिमा और उनके चमत्कारों के बारे में सुना होगा। लेकिन, आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां भगवान हनुमान की छवि दिन में तीन बार अपना रूप बदलती है। वैसे तो आपने शक्ति और ज्ञान के देवता हनुमान जी के कई मंदिर देखे होंगे। जहाँ आपने हनुमान जी को खड़े, बैठे या लेटे हुए मूर्ति के दर्शन किए हैं। लेकिन, क्या आपने कभी हनुमान जी की मूर्ति को अपनी आंखों से देखा या सुना है, अगर नहीं तो आप यहां देख सकते हैं और इस मंदिर में जाकर सीधे दर्शन कर सकते हैं।

बता दें, भगवान हनुमान की यह अद्भुत प्रतिमा मध्य प्रदेश के मंडला के पास पूरव गांव के पास सूरजकुंड नामक एक धार्मिक स्थान में स्थापित है। इस प्रतिमा की खास बात यह है कि चौबीस घंटे में प्रतिमा का प्राकृतिक रूप तीन बार बदल जाता है। वहीं, मंदिर के पुजारी की मानें तो हनुमान जी की मूर्ति एक बच्चे के रूप में है, जो सुबह 4 बजे से 10 बजे तक और रात 10 बजे से शाम 6 बजे तक है, युवा और पूरी रात 6 बजे से वृद्ध हो जाते हैं। वैसे, इस त्रि-आयामी हनुमान जी के दर्शन करने के लिए यहाँ दूर-दूर से भक्त आते हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो सूरजकुंड के मंदिर में विराज हनुमान जी की यह प्रतिमा दुर्लभ है और ऐसी प्रतिमा और कहीं भी देखने को नहीं मिलती है।

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