मनुष्य शरीर को स्वस्थ बनाएं रखने के लिए विभिन्न प्रकार के विटामिन और खनीजों की आवश्यकता होती हैं, ऐसा ही के विटामिन हैं कैल्शियम, जो हमारी हड्डियों, दांतों, मांसपेशियों और तंत्रिका तंत्र के स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कई लोगों को अपने आहार में पर्याप्त कैल्शियम नहीं मिलता है, जिससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर दिखाई देते हैं ये लक्षण जानिए इनके बारे में-

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मांसपेशियों में कमज़ोरी और ऐंठन: कैल्शियम की कमी से मांसपेशियों में बार-बार ऐंठन हो सकती है, खासकर पैरों में, जो चलने जैसी दैनिक गतिविधियों में बाधा डाल सकती है।

हड्डियों में दर्द और फ्रैक्चर का जोखिम बढ़ना: कैल्शियम की कमी से हड्डियाँ कमज़ोर हो सकती हैं, जिससे वे फ्रैक्चर और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी स्थितियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाती हैं।

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थकान और कमजोरी: कम कैल्शियम के स्तर के परिणामस्वरूप ऊर्जा में कमी और लगातार थकान हो सकती है, जिससे आप कमज़ोर और थका हुआ महसूस कर सकते हैं।

तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याएँ: अपर्याप्त कैल्शियम के कारण झुनझुनी, सुन्नता या जलन जैसे लक्षण हो सकते हैं, खासकर हाथों, पैरों और चेहरे में।

अनियमित दिल की धड़कन: कैल्शियम की कमी से सामान्य हृदय ताल बाधित हो सकती है

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कैल्शियम की कमी को कैसे दूर करे

डेयरी उत्पाद शामिल करें: नियमित रूप से दूध, दही और पनीर का सेवन आपकी कैल्शियम की ज़रूरतों को पूरा करने में मदद कर सकता है।

हरी पत्तेदार सब्ज़ियाँ खाएँ: पालक, मेथी, सरसों का साग और ब्रोकली जैसी सब्ज़ियाँ कैल्शियम से भरपूर होती हैं। इन्हें अपने आहार में शामिल करने से कमी को रोकने में मदद मिल सकती है।

बादाम का नाश्ता करें: बादाम कैल्शियम का एक अच्छा स्रोत हैं। रोज़ाना 5-6 भीगे हुए बादाम खाने से न केवल कैल्शियम मिलता है, बल्कि अन्य आवश्यक पोषक तत्व भी मिलते हैं।

अपने आहार में बीज शामिल करें: सूरजमुखी और तिल के बीज कैल्शियम के बेहतरीन स्रोत हैं। इन्हें सलाद, स्मूदी में मिलाया जा सकता है या विभिन्न व्यंजनों में इस्तेमाल किया जा सकता है।

सोया उत्पाद खाएँ: सोया दूध और टोफू जैसे सोया आधारित उत्पादों में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है। इन्हें अपने भोजन में शामिल करने से आपको पर्याप्त कैल्शियम स्तर बनाए रखने में मदद मिल सकती है।

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