आज के इस दूषित वातावरण, खराब खान पान, जीवनशैली में स्वस्थ स्वास्थ्य बनाएं रखना बहुत ही मुश्किल हैँ। आज का मनुष्य जीवन की भागदौड़ में इतना व्यस्त हो गया हैं, कामकाज को बौझ आपके तनाव का कारण बन सकता हैं जो दिमाग के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता हैँ। ऐसे में अगर आपको अपना मस्तिष्क सही रखना हैं तो आपको सूर्य की रोशनी में रहना चाहिए, यह केवल रोशनी के लिए नही हैँ। वे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। आपने सुना होगा कि सूरज की रोशनी विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत है, जो मज़बूत हड्डियों और दांतों के लिए ज़रूरी है। आइए सूरज की रोशनी के फायदो के बारे में जानें-

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मानसिक स्वास्थ्य में सूरज की रोशनी की भूमिका

मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ बढ़ रही हैं, जो अक्सर पुराने तनाव और अस्वस्थ जीवनशैली के कारण और भी बढ़ जाती हैं। नियमित नींद और ध्यान जैसी अच्छी आदतें डालना ज़रूरी है, लेकिन सूरज की रोशनी के महत्व को नज़रअंदाज़ न करें।

विटामिन डी का उत्पादन: जब हमारी त्वचा सूरज की रोशनी के संपर्क में आती है, तो यह विटामिन डी का उत्पादन करती है, जो हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है।

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सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ावा देना: सूरज की रोशनी के संपर्क में आने से मस्तिष्क में सेरोटोनिन का स्तर बढ़ सकता है, उच्च सेरोटोनिन का स्तर बेहतर मूड, फ़ोकस और शांति की भावना से जुड़ा हुआ है, जो तनाव और चिंता से निपटने में मदद कर सकता है।

सूर्य के प्रकाश का अधिकतम उपयोग: सुबह की धूप फायदेमंद होती है। अपने दिन की शुरुआत सूर्य के प्रकाश के संपर्क में रहने से करें, साथ ही ध्यान या योग करें, इससे आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों बेहतर हो सकता है।

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सूर्य का आनंद लेते समय सावधानियाँ

हाइड्रेटेड रहें: बाहर समय बिताते समय खूब पानी पिएँ।

सनस्क्रीन का उपयोग करें: अगर आप 15 से 20 मिनट से ज़्यादा समय के लिए बाहर रहने की योजना बना रहे हैं, तो सनस्क्रीन लगाएँ, खासकर जब सूरज की तेज़ धूप हो।

सीमित संपर्क: सीधे सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आने से बचें, खासकर दिन के सबसे गर्म समय में।

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