Health Tips- रात इस पोजीशन में सोने से होता हैं एसिड रिफ्लक्स, जानिए कैसे सोना चाहिए
हम सब जब कभी भी बाहर खाना खाते हैं या तीखा खाना खा लेते हैं, तो गले और छाती में जलन महसूस करते हैं, जिसे एसिड रिफ्लक्स कहां जाता है। हमारे खान-पान की आदतों और जीवनशैली विकल्पों से उपजी इस पाचन समस्या पर ध्यान देकर रोकना बहुत ही जरूरी हैं, आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कि एसिड रिफ्लक्स क्या हैं, क्यों होता हैं और कैसे इसे रोका जा सकता हैं, आइए जानते हैं-
एसिड रिफ्लक्स क्या है?
एसिड रिफ्लक्स, जिसे हार्टबर्न भी कहा जाता है, एक पाचन विकार है जिसमें पेट का एसिड अन्नप्रणाली में पीछे की ओर प्रवाहित होता है, जिससे असुविधा और जलन होती है।
एसिड रिफ्लक्स के मुख्य लक्षण:
- पेट का एसिड गले तक पहुंचना
- गले में खट्टा स्वाद
- छाती या गले में पानी का अहसास होना
- भोजन निगलने में कठिनाई होना
जलन क्यों होती है?
पाचन के दौरान, पेट भोजन को तोड़ने के लिए एसिड या पाचक रस छोड़ता है। आम तौर पर, भोजन को पेट में जाने की अनुमति देने के लिए एसोफेजियल स्फिंक्टर के रूप में जाना जाने वाला वाल्व खुलता है। हालाँकि, जब एसिड का स्तर अत्यधिक बढ़ जाता है, तो यह वापस ग्रासनली में लौट सकता है, जिससे सीने में जलन हो सकती है।
सोने की स्थिति और एसिड रिफ्लक्स:
आपकी सोने की मुद्रा एसिड रिफ्लक्स की घटना को प्रभावित कर सकती है। मुख्य रूप से पेट या पीठ के बल सोने से एसिड रिफ्लक्स का अनुभव होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। ऐसे में आपको करवट लेकर सोना चाहिए।