Health Tips- क्या आप कच्चे दूध का करते हैं सेवन, तो हो सकती हैं ये गंभीर बीमारी, जानिए इसके बारे में
प्राचीन काल से ही दूध मनुष्य के जीवन का एक अभिन्न तत्व हैं, जो आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, इसी के कारण दुनिया भर में लोग इसका आनंद लेते हैं, जहां दुनिया की आधी से ज्यादा आबादी गर्म दूध पीते हैं, वहीं आजकल कच्चे दूध का सेवन बढ़ गया हैं, लेकिन लोगो को इसके सेवन का नुकसान का पता नहीं हैं, कच्चा दूध पीने से कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं, आइए जानते है इसके बारे में-
बार-बार फूड पॉइजनिंग, पेट दर्द, उल्टी, दस्त, भूख न लगना और वजन कम होने की घटनाओं को हल्के में नहीं लेना चाहिए। ये लक्षण पेट की टीबी का संकेत दे सकते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो कच्चे दूध का सेवन करते हैं। कच्चे दूध का सेवन पेट की टीबी का मार्ग प्रशस्त कर सकता है, जिसके कुछ मामलों में कैंसर सहित गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
ग्रामीण इलाकों में, जहां कच्चा दूध आहार का प्रमुख हिस्सा बना हुआ है, वहां टीबी होने का खतरा बढ़ जाता है। यदि किसी दुधारू पशु को पेट की टीबी है, तो बैक्टीरिया आसानी से मानव पाचन तंत्र में अपना रास्ता खोज सकते हैं। इसके अतिरिक्त, निमोनिया से टीबी बैक्टीरिया पेट या मस्तिष्क में स्थानांतरित हो सकते हैं, जिससे क्रमशः गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल और सेरेब्रल तपेदिक हो सकता है।
रोकथाम के लिए क्या करें
पेट की टीबी से बचाव की शुरुआत कच्चे दूध के सेवन से परहेज करने से होती है। खांसी के दौरे या बातचीत के दौरान टीबी रोगियों से दूरी बनाए रखना भी संचरण के जोखिम को कम करने के लिए महत्वपूर्ण है। पेट की टीबी का शुरुआती पता लगाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है लेकिन कोलोनोस्कोपी, एंडोस्कोपी और लिम्फ नोड बायोप्सी जैसे तरीकों से संभव है।