Health Tips- क्या आप भी बारिश के दौरान खाते हैं गर्म पकौड़े, तो जान लिजिए इसके नुकसान
दोस्तो तपती गर्मी के बाद मानसून की बारीश की बूंदे लोगो को राहत प्रदान करती हैं, इस मानसून के मौसम में आपकी गर्मा गर्म पकोड़े खाने की इच्छा हो सकती हैं साथ ही कुछ और तली ही चीजें खाने की भी इच्छा हो सकती हैं, इन चीजों का खाना आपके लिए स्वाद को बढा सकता हैं, लेकिन आपकी स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल सकती हैं, स्वाद भले ही लुभावना हो, लेकिन इन स्नैक्स से जुड़े संभावित स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में पता होना ज़रूरी है। आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कि कैसे ये नुकसान पहुंचा सकते हैं-
मानसून के मौसम में, आयुर्वेद दो दोषों:
वात और पित्त के कारण शरीर के संतुलन में व्यवधान को उजागर करता है। दूषित पानी और भोजन का सेवन करने से आम तौर पर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएँ उत्पन्न होती हैं, जो इस समय बढ़ी हुई नमी और गर्मी के कारण अधिक प्रचलित हैं।
1. शरीर की अग्नि का कमजोर होना- बारिश के मौसम में शरीर की प्राकृतिक पाचन अग्नि कमजोर हो जाती है। यह कमज़ोरी कई कारकों के संयोजन से उत्पन्न होती है:
पिछली गर्मियों के प्रभाव: गर्मी की वजह से अग्नि कम हो जाती है, और यह कमज़ोर अवस्था मानसून में भी जारी रहती है।
बढ़ी हुई अम्लता: बरसात के मौसम में वातावरण में अधिक अम्लता आती है, जिससे भोजन और पानी की गुणवत्ता प्रभावित होती है।
2. तले हुए और मसालेदार भोजन की समस्या
पाचन संबंधी तनाव: कमज़ोर अग्नि के साथ, शरीर इन भारी, तैलीय खाद्य पदार्थों को पचाने के लिए संघर्ष करता है, जिससे असुविधा होती है।
पोषक तत्वों की कमी: तले हुए खाद्य पदार्थों में प्रोटीन, विटामिन और खनिज जैसे आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होती है। नियमित सेवन से वजन बढ़ना, सीने में जलन, अपच और एसिडिटी हो सकती है।
स्वास्थ्य जोखिम: अत्यधिक खाने से उच्च कोलेस्ट्रॉल, रक्त शर्करा की समस्या और यकृत की समस्याएँ हो सकती हैं।