Health Care Tips: युवाओं में बढ़ने लगी है डिप्रेशन की समस्या, योगासन अपनाकर करें दूर !
वर्तमान समय में लोगों में डिप्रेशन की समस्या के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। स्ट्रेस और डिप्रेशन बिगड़ी हुई मेंटल हेल्थ की निशानी है जिससे वर्तमान समय में युवा लोग ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। स्ट्रेस के कई कारण हो सकते हैं क्योंकि वर्तमान समय में लोगों की लाइफ बहुत बिजी हो चुकी है जिसके चलते वह अपनी सेहत के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं और कई तरह की समस्याओं का शिकार हो जाते हैं उन्हीं समस्याओं में से एक समस्या इसकी भी है जो अगर समय पर कंट्रोल की जाए तो डिप्रेशन में बदल जाती है। डिप्रेशन की समस्या की वजह से व्यक्ति की दिनचर्या प्रभावित होने लगती है इस समस्या से राहत पाने के लिए लोग कई तरह की दवाइयां इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्ट्रेस और डिप्रेशन की समस्याओं को योगासन को अपने रुटीन में शामिल करके भी दूर किया जा सकता है। आइए इस लेख के माध्यम से आपको बताते हैं कि आप कौन कौन से योगासन अपने रुटीन में शामिल करके इस समस्या से राहत पा सकते हैं। आइए जानते है विस्तार से -
* सुखासन :
स्ट्रेस और डिप्रेशन की समस्या से राहत पाने के लिए आप अपने रूटीन में सुखासन को शामिल कर सकते हैं यह योग आसन में सबसे आसान मुद्रा मानी जाती है। जिसे कोई भी व्यक्ति आसानी से कर सकता है इसके लिए सही समय और सही जगह चुनी जाए यह बहुत जरूरी नहीं है। स्ट्रेस की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को नियमित रूप से कम से कम 10 मिनट इस मुद्रा में जरूर देखना चाहिए।
* वज्रासन :
वज्रासन को दिमाग को शांत करने वाला आसन माना जाता है। यह आसन स्ट्रेस जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में कारगर माना जाता है योगासन की एक खासियत है कि इससे न सिर्फ मेंटल हेल्थ सुधार होता है बल्कि आपके पेट में मौजूद कई तरह की समस्याएं भी दूर होने लगती है।
* उत्तानासन :
डिप्रेशन की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को उत्तानासन को अपने रूटीन में जरूर शामिल करना चाहिए क्योंकि यह स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी समस्याओं को दूर करने में बहुत कारगर होता है इस आसन को करने से आपका दिमाग शांत होता है नियमित रूप से करने से आपकी स्ट्रेस की समस्या दूर होगी।
* पश्चिमोत्तानासन :
स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से पीड़ित लोग अपने बिजी लाइफ से 10 मिनट निकालकर इस आसन को करके इन समस्याओं से राहत पा सकते हैं । इस आसन को करने के लिए सबसे पहले अपने पैरों को आगे बढ़ा कर शुरू करें और सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुके इसके बाद अपने ऊपरी शरीर को अपने निचले शरीर पर रखें तथा अपने घुटनों को अपनी नाक से छूने की कोशिश करें।