वर्तमान समय में देखा जा रहा है दुनिया भर में संक्रामक बीमारियों के बाद अब कार्डियोवैस्कुलर बीमारियों से लोगों की सबसे ज्यादा बहुत हो रही है इसमें सबसे ज्यादा केस हार्ट अटैक के बढ़ रहे हैं। कोरोना जैसी महामारी के आने के बाद लोगों में दिल का दौरा और कार्डियक अरेस्ट की वजह से लोगों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है लोग कम उम्र में ही हार्ट अटैक की समस्या का शिकार हो रहे हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार दिल से जुड़ी बीमारियां होने का एक बड़ा कारण डायबिटीज की समस्या भी है जिसको यदि समय पर कंट्रोल किया जाए तो हमारे शरीर में और भी कई बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। आइए जानते है विस्तार से -

* टाइप -2 डायबिटी वालों को होता है अधिक खतरा :

हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार बताया गया है कि टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों को हार्ट फैलियर का खतरा ज्यादा होता है यदि कोई व्यक्ति लंबे समय से डायबिटीज की समस्या से पीड़ित है तो ऐसे लोगों में हार्ट फैलियर का खतरा 30 से 40% तक रहता है ऐसे मरीजों को अपने रूटीन में ज्यादा सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

* डायबिटीज से कोरोनरी आर्टरी को होता है नुकसान :

हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या होती है उन लोगों को दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा सामान्य लोगों से 20 फ़ीसदी ज्यादा होता है। हाई ब्लड शुगर की समस्या की वजह से आर्टिरीज को नुकसान पहुंचता है। जिसकी वजह से हार्ड फंक्शन पर प्रभाव पड़ता है। जिसकी वजह से कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। लगातार ऐसे कैसे बढ़ते जा रहे हैं जिनमें डायबिटीज की समस्या की वजह से कोरोनरी आर्टरी और पेरीफेरल आर्टरी में डैमेज देखने को मिलता है। हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार डायबिटीज की समस्या से पीड़ित लोगों को दिल से जुड़ी बीमारियों से बचाव करने की सलाह दी जाती है।

* डायबिटीज से पीड़ित लोग इस तरह रखे अपना ध्यान :

हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार डायबिटीज के मरीजों के लिए सबसे जरूरी है कि वह अपने खानपान का विशेष ध्यान रखें. आप अपनी डाइट में फैट, जंक फूड और मीठी चीजों का सेवन बिल्कुल भी ना करें। तथा नियमित रूप से अपने शरीर में ब्लड शुगर लेवल जांच करवाते रहें और अपने सोने और जागने का समय निर्धारित रखें और नियमित रूप से कम से कम आधा घंटा एक्सरसाइज जरूर करें।

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