Health Care Tips: हरी मिर्च को करें अपनी डाइट में शामिल, त्वचा को हेल्दी रखने के साथ मिलेंगे कई फायदे !
कई व्यंजनों के साथ हरी मिर्च को साइड डिश के रूप में कच्चा और ताजा खाया जाता है. किसी भी करी को तीखा स्वाद देने के लिए हरी मिर्च (Benefits of Green Chilli) का इस्तेमाल किया जाता है. हरी मिर्च का भारतीय व्यंजनों में खासतौर से इस्तेमाल किया जाता है. ये खाने के स्वाद को दोगुना कर देती है. हरी मिर्च में कैप्सैसिन होता है. ये विटामिन बी, ई, आयरन और पौटेशियम से भी भरपूर होती हैं. ये न केवल खाने को तीखापन देता है बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं. ये बीटा-कैरोटीन के गुणों से भरपूर होती है. ताजा हरी मिर्च में विटामिन सी होता है. इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे हरी मिर्च के सेवन से मिलने वाले फायदो के बारे में विस्तार से -
1. वजन घटाने में करती है मदद :
हरी मिर्च में कैलोरी नहीं होती है. ये उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जो वजन कम करना चाहते हैं. ऐसा माना जाता है कि हरी मिर्च के रोजाना सेवन से मेटाबॉलिज्म 50% तक बढ़ जाता है. इससे वजन कम करने में मदद मिलती है।
2. मूड बूस्टर के रूप में करती है काम :
हरी मिर्च मस्तिष्क में एंडोर्फिन का संचार करती है. इससे मूड को काफी हद तक खुशनुमा रहने में मदद मिलती है।
3. त्वचा को हेल्दी बनाए रखने में करें मदद :
हरी मिर्च में विटामिन सी अधिक मात्रा में होता है. ये त्वचा को अधिक कोलेजन का उत्पादन करने में मदद करता है. हरी मिर्च त्वचा को हेल्दी और ग्लोइंग बनाए रखने में मदद करती है. हरी मिर्च में विटामिन ई भी होता है. ये त्वचा को बढ़ती उम्र से लड़ने और जवां त्वचा दिखने में मदद करता है।
4. दर्द को करता है कम :
हरी मिर्च में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. ये शरीर के दर्द को कम करता है. ये गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसे सूजन संबंधी समस्याओं से छुटकारा दिलाता है।
5. आयरन की कमी करे पूरा :
हरी मिर्च में आयरन भरपूर मात्रा में होता है. ये ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है. जिन लोगों के शरीर में आयरन की कमी होती है उन्हें थका हुआ महसूस होता है. ऐसे में अपनी डाइट में हरी मिर्च शामिल कर सकते हैं।
6. आंखों के लिए लाभदायक :
हरी मिर्च में विटामिन ए भरपूर मात्रा में होता है. ये आंखों की रोशनी में सुधार करता है. ये आंखों और त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद है।
7. हृदय के लिए है फायदेमंद :
हरी मिर्च कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करती है. इससे स्ट्रोक या दिल के दौरे होने का खतरा कम रहता है।