देश में माइग्रेन (Migraine) की समस्या काफी आम हो गई है. महिलाओं में इसके मामले काफी ज्यादा देखे जाते हैं. कई मामलों में खराब लाइफस्टाइल, मानसिक तनाव, तेज रोशनी, धूल, धुएं, पीरियड्स का समय पर न आना और जेनेटिक कारणों की वजह से भी यह परेशानी हो सकती है. मौसम में बदलाव और हार्मोनल इंबेलेंस भी इसकी एक वजह बन सकता है. ये बीमारी दिमाग को प्रभावित करती है. कई बार माइग्रेन का दर्द काफी तेज होता है, जिससे परेशानी होने लगती है. ये दर्द कुछ घंटों या दिनों तक भी बना रह सकता है।

इसका सबसे आम लक्षण सिर के एक तरफ तेज (Headache) दर्द होता है. अगर किसी को ये समस्या एक बार हो जाए तो काफी समय तक बनी रहती है. इसलिए इसे सिर की एक क्रोनिक बीमारी कहा जाता है. माइग्रेन दो प्रकार का होता है. इसमें पहला होता है ऑरा और दूसरा बिना ऑरा का माइग्रेन. इनके लक्षण भी अलग-अलग होते हैं. माइग्रेन को एक न्यूरो संबंधित समस्या कहा जाता है. ये किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है. डॉक्टरों के मुताबिक, चेहरे या दिमाग की धमनियों (Arteries) के फंक्शन में हुए बदलाव की वजह से माइग्रेन की समस्या होती है। आइए इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे माइग्रेन की समस्या होने पर शरीर में क्या - क्या लक्षण दिखाई देते है और इससे बचाव के तरीकों के बारे में विस्तार से -

* माइग्रेन की समस्या होने पर शरीर में दिखाई देने वाले लक्षण :

1. सिर के एक हिस्से में तेज दर्द होना

2. तेज सिरदर्द के साथ उल्टी आना

3. आंखों के सामने काले धब्बे दिखना

4. चेहरे पर झनझनाहट महसूस होना

* ये है माइग्रेन से बचाव के तरीके :

1. ब्लड शुगर और बीपी के लेवल को कंट्रोल में रखें.

2. खानपान का ध्यान रखें और ज्यादा तला भोजन न करें

3. अचानक गर्म से ठंडे वातावरण में न जाएं

4. रोजाना कम से कम आधा घंटा एक्सरसाइद करें

5. सोने जगने के पैटर्न को ठीक रखें

6. सूरज की सीधी रोशनी से बचें

7. शरीर को हाइट्रेट रखें

8. शराब और धूम्रपान न करें।

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