हाई बीपी जिसे मेडिकल भाषा में हाइपरटेंशन (Hypertension) भी कहा जाता है, ये एक ऐसी समस्या है, जो व्यक्ति को स्ट्रोक और हार्ट अटैक के रिस्क तक पहुंचा सकती है. मोटापे को हाई ब्लड प्रेशर की तमाम वजहों में से एक माना जाता है. ऐसे में ज्यादातर विशेषज्ञ हाई बीपी से जूझ रहे मरीजों को वजन संतुलित रखने और खानपान की आदतों को कंट्रोल करने की सलाह देते हैं. लेकिन हाई बीपी के मरीजों के लिए हर एक्सरसाइज सु​रक्षित नहीं मानी जाती. कुछ एक्सरसाइज उनके लिए खतरनाक स्थितियां पैदा कर सकती हैं। यदि हाई बीपी से पीड़ित व्यक्ति ज्यादा भारी वजन उठाता है तो यह स्थिति उसके लिए खतरनाक हो सकती है इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे ऐसी कुछ बातों के बारे में जिनका हाई बीपी के मरीज को विशेष तौर से ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते है -

1. अल्कोहल और स्मोकिंग को भी हाई बीपी के मरीजों के लिए हानिकारक माना जाता है. अगर आप इसके आदी हैं, तो आज ही इस आदत को छोड़ दें. ये आदत आपकी समस्या को बढ़ाने के साथ आपके जीवन को खतरनाक स्थितियों तक पहुंचा सकती है।

2. अगर आप हाई बीपी के मरीज हैं तो डॉक्टर द्वारा निर्देशित दवाओं को लेने में लापरवाही न बरतें. बीपी की दवा नियमित रूप से लेना जरूरी होता है, वरना आपके लिए समस्या पैदा हो सकती है. अपने बीपी की नियमित रूप से जांच करें और समय समय पर विशेषज्ञ के परामर्श से रुटीन चेकअप करवाते रहें।

3. वेट लिफ्टिंग, स्कूबा डाइविंग, स्काई डाइविंग, स्क्वैश और स्प्रिंट करना जैसी एक्टिविटीज हाई बीपी के मरीजों के लिए खतरनाक स्थितियां पैदा कर सकती हैं. इन्हें करने से बीपी काफी तेजी से बढ़ने लगता है. इन्हें अवॉयड करना चाहिए. इसके अलावा किसी एक्सरसाइज को करते समय अगर सिरदर्द, चक्कर, थकान या उल्टी जैसी परेशानी महसूस हो रही है, तो आपको उस एक्सरसाइज को फौरन बंद कर देना चाहिए।

4. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक हर व्यक्ति को पूरे दिन में 5 ग्राम से ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए. अगर आप खाने में ज्यादा नमक खाते हैं तो अब से ये गल​ती न करें. डब्ल्यूएचओ के अनुसार ज्यादातर लोग 9-12 ग्राम नमक का सेवन प्रतिदिन करते हैं. लेकिन अतिरिक्त नमक का सेवन हाई बीपी और हार्ट की समस्याओं का रिस्क बढ़ाने के साथ हड्डियों को भी कमजोर करता है।

5. अत्यधिक चिकनाईयुक्त और मसालेदार चीजों को खाने, बाहरी जंकफूड और फास्टफूड खाने से आपका वजन तो बढ़ता ही है, साथ ही कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ जाता है. वजन और बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल, दोनों ही हाई बीपी और हार्ट से जुड़ी समस्याओं के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं. इनसे पूरी तरह से परहेज करना चाहिए।

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