Health Care Tips: भूलकर भी ब्रेन में क्लॉट बनने के इन संकेतों को ना करे नजरअंदाज, आइए जानें !
इंटरनेट डेस्क. हमारे शरीर का सबसे संवेदनशील और सबसे महत्वपूर्ण अंग हमारा दिमाग होता है। यदि हमारे दिमाग में किसी भी तरह की समस्या होती है तो इसका प्रभाव हमारे पूरे शरीर पर नजर आता है। हमारा दिमाग एक कंप्यूटर की तरह भूमिका निभाता है जो पूरे शरीर को कंट्रोल करने का काम करता है इसीलिए हेल्थ एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि दिमाग से जुड़ी किसी भी तरह की परेशानी को भूल कर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि वर्तमान समय में ब्रेन स्ट्रोक के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। ब्रेन स्ट्रोक तब आता है जब हमारे दिमाग में क्लॉट बन जाते हैं। हमारे दिमाग में बनने वाले ब्लड के थक्के जेल की तरह होते हैं। यह समस्या एक आम समस्या हो गई है जिसके होने पर हमारे शरीर में कई तरह के संकेत नजर आने लगते हैं यदि आपको भी अपने शरीर में यह संकेत नजर आते हैं तो आपको भूल कर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए अन्यथा आपको नजरअंदाज करना बहुत भारी पड़ सकता है। अजय जानते हैं इन संकेतों के बारे में -
* सिर में दर्द की समस्या :
यह एक सामान्य समस्या है लेकिन अगर आपको यह समस्या लगातार परेशान करते हैं तो हो सकता है कि आपके शरीर में किसी भी तरह की कोई सीरियस प्रॉब्लम हो। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक यह भी ब्रेन स्ट्रोक या ब्रेन में क्लॉट बनने का ही संकेत है। सिर में बार-बार दर्द की समस्या होने पर आप अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
* धुंधला दिखाई देना :
हमारी आंखों के स्वास्थ्य के बिगड़ने पर धुंधला दिखाई देना एक सामान्य बात है लेकिन यह समस्या हमारे ब्रेन में क्लोट बनने के कारण भी हो सकती है अक्सर लोग धुंधला दिखाई देने को आंखों से जुड़ी समस्या समझ लेते हैं आंखों के साथ ऐसा होने पर तुरंत आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और सभी जांच करवा कर अपना इलाज करवाना चाहिए।
* ठिक तरह से बोल ना पाना :
यदि आपको भी बोलने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है तो यह भी आपके ब्रेन में क्लॉट या स्ट्रोक का एक संकेत होता है. क्योंकि दिमाग में ब्लड का थक्का जमने के बाद लोग बोलने की कोशिश करते हैं लेकिन वह ठीक तरह से बोल नहीं पाते। किसी भी उम्र के लोगों को यह समस्या हो सकती है इस समस्या का एक कारण स्ट्रेस भी होता है इसलिए इस समय से बचे रहने के लिए आप को नियमित रूप से मेडिटेशन करना चाहिए।
* शरीर का ठीक तरह से बैलेंस ना बन पाना :
हमारे दिमाग में रक्त का क्लॉट या रक्त का थक्का जमने पर मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ने लगता है। इस स्थिति में हमारे शरीर का संतुलन ठीक तरह से नहीं बन पाता और चलने फिरने में हमें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है और धीरे-धीरे हमारा दिमाग नेचुरल काम करना बंद करने लगता है और हमारे शरीर में धीरे-धीरे संतुलन की भावना खत्म होने लगते हैं जो आगे चलकर लकवा की समस्या में भी परिवर्तित हो सकती हैं।