Health Care Tip: चिकनगुनिया और डेंगू के लक्षणों में होता है अंतर, इस तरह करें इनकी पहचान पहचान !
वर्तमान समय में देखा जा रहा है कि कई राज्यों में डेंगू बुखार के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं अस्पतालों में इस समस्या से पीड़ित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है डेंगू के मामलों के बीच में कुछ केस चिकनगुनिया के भी दर्ज किए जा रहे हैं। यह दोनों ही समस्या है मच्छर के काटने के कारण होती है इन दोनों के ही लक्षण बुखार के साथ शुरू होते हैं जिसकी वजह से कई बार लोग इन दोनों बीमारियों में अंतर नहीं समझ पाते। और असमंजस में रहते हैं आइए इस लेख के माध्यम से आपको बताते हैं एक्सपर्ट के अनुसार डेंगू और चिकनगुनिया में फर्क कैसे करें और इनके लक्षण को कैसे पहचाने। आइए जानते है विस्तार से -
* हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार डेंगू बुखार एडीज नामक मच्छर के काटने से होता है जबकि चिकनगुनिया ऐडीस इजिप्ती नामक मच्छर के काटने की वजह से होता है। डेंगू और चिकनगुनिया दोनों ही बुखार में पहले पीड़ित व्यक्ति को बुखार आता है और इसके बाद उसकी मांसपेशियों व जोड़ों में भी दर्द होना शुरू होता है लेकिन डेंगू की तुलना में चिकनगुनिया होने पर पीड़ित व्यक्ति को दर्द काफी गंभीर होता है जो कई दिनों तक बना रह सकता है। कभी-कभी इसका बुखार 2 सप्ताह तक भी रह सकता है और चिकनगुनिया की वजह से होने वाला दर्द कई महीनों तक भी पीड़ित व्यक्ति को रह सकता है। जबकि डेंगू से पीड़ित व्यक्ति में जोड़ों में दर्द के कम ही मामले देखने को मिलते हैं।
डेंगू से पीड़ित होने पर पीड़ित व्यक्ति को बुखार के साथ उल्टी आने और सिर दर्द की समस्याएं होने लगती है और स्थिति गंभीर होने पर पीड़ित व्यक्ति प्लेटलेट्स भी कम होने लगती है जिसकी वजह से बॉडी में कमजोरी आने लगती है जबकि चिकनगुनिया बुखार होने पर प्लेटलेट्स कम नहीं होती है। चिकनगुनिया बुखार होने पर पीड़ित व्यक्ति के शरीर पर 2 से 3 दिन में लाल निशान पढ़ सकते हैं और घुटने और कोहनी में भी दर्द की समस्या हो सकती है जबकि डेंगू में ऐसा कम ही देखने को मिलता है डेंगू से पीड़ित व्यक्ति को भूख कम लगने की शिकायत हो सकती है जबकि चिकनगुनिया में ऐसा नहीं होता।
* दोनों ही बीमारियों से बचने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके :
1. इन दोनों ही बीमारी से बचने के लिए अपने घर के आस-पास हमेशा साफ सफाई रखें।
2. अपने घर में या आसपास कहीं पर भी पानी जमा न होने दें।
3. रात को सोते समय हमेशा मच्छरदानी का प्रयोग जरूर करें।
4. हमेशा पूरी बाजू के कपड़े पहने।
5. शरीर में कभी भी पानी की कमी ना होने दें।