गणपति को सभी देवों में प्रथम पूजनीय कहा गया है, भगवान गणपति का जन्म भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी के दिन हुआ था, इसलिए इस दिन को गणेश चतुर्थी के रूप में मनाया जाता है। पूरे देश में गणेश चतुर्थी की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन इस चतुर्थी को बहुत ही खास योग बन रहा। ऐसा योग 126 साल बाद बना है। इस बार गणेश चतुर्थी की तिथि 21 अगस्त को रात 11:02 बजे से शुरू होकर 22 अगस्त को शाम 07:57 बजे तक रहेगी।

गणेश चतुर्थी को बहुत पवित्र और फलदायी त्योहार माना जाता है, 22 अगस्त को पूरे देश में गणपति उत्सव शुरू हो जाएगा जो लगभग दस दिनों तक चलेगा। इसके बाद अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति का विसर्जन किया जाएगा है, इस बार गणेश चतुर्थी के दिन एक खास संयोग बन रहा है जिससे इस दिन का महत्व और बढ़ गया है। ज्योतिर्विद भावना शर्मा से जानते हैं कि गणेश चतुर्थी पर बन रहे इस महासंयोग के बारे में।

इस बार गणेश चतुर्थी के दिन हस्त नक्षत्र का योग बन रहा है,इस नक्षत्र का स्वामी चंद्रमा है, इस योग के दौरान पृथ्वी तत्व की राशि यानी कन्या राशि रहेगी, माना जा रहा है कि इस अद्भुत संयोग और गणपति की कृपा से पृथ्वी पर चल रहे सभी संकट खत्म हो जाएंगे।

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