गणेश चतुर्थी को भगवान गणेश की जयंती के रूप में मनाया जाता है। गणेश चतुर्थी पर, भगवान गणेश को ज्ञान, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रूप में पूजा जाता है। भगवान गणेश को भारत में सभी शुभ कामों से पहले पूजा जाता है और कहा जाता है कि ऐसा करने से हमेशा धन धान्य बना रहता है। गणेश जी का जन्म भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष के दौरान हुआ था। वर्तमान में अंग्रेजी कैलेंडर में अगस्त या सितंबर के महीने में गणेश चतुर्थी का दिन आता है।

गणेश चतुर्थी का त्योहार, गणेशोत्सव, अनंत चतुर्दशी के 10 दिनों के बाद समाप्त होता है। इस दिन गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन भी किया जाता है। अलग अलग राज्यों में गणेश चतुर्थी का त्यौहार अलग अलग तरह से मनाया जाता है। अनंत चतुर्दशी पर भक्त एक जुलूस निकाल कर भगवान गणेश की मूर्ति को जल में विसर्जित करते हैं। इस बार गणेश चतुर्थी का त्यौहार 2 सितंबर को मनाया जाएगा।

गणेश चतुर्थी शुभ मुहूर्त

शुभ मुहूर्त की बात करें तो 2 सितंबर के दिन मध्याह्न गणेश पूजा सुबह 11:04 बजे से दोपहर 1:37 तक रहेगी। पूजा का समय 2 घंटे 32 मिनट तक रहेगी। इसके बाद चतुर्थी तिथि का मुहुर्त आरंभ सुबह 4 बजकर 56 मिनट से शुरू होगा।

गणेश चतुर्थी पूजा विधि

गणेश चतुर्थी की प्रतिमा घर में लेकर आए और लाल कपड़ा बिछा कर सही दिशा में गणेश जी को विराजमान करें। उसके बाद भगवान गणेश को दीपक दिखाएं और भोग में मोदक के लड्डू चढाएं। शाम के समय गणेश जी की आरती करें और भोग चढ़ाएं भगवान गणेश की 9 दिनों तक ऐसे ही पूजा करें। फिर दसवें दिन उनकी विधि विधान से पूजा कर उनकी प्रतिमा का विसर्जन कर दें।

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