आयुर्वेद में नीम को बहुत फायदेमंद माना गया है। नीम के हर हिस्से को गुणों का खजाना कहा जाता है। बता दे की, नीम की छाल, नीम के पत्ते आदि का इस्तेमाल कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। आंख, नाक, कान से लेकर बाल और चेहरे तक नीम सभी के लिए जरूरी है। नीम के कई चमत्कारी फायदे हैं और इन्हीं की वजह से नीम का इस्तेमाल खूब किया जाता है।

आपकी जानकारी के लिए बता दे की, इसे पीने से शरीर को कई फायदे मिल सकते हैं। भारतीय वेदों में नीम को सर्व रोग निवारानी नाम दिया गया है, जिसका अर्थ है 'वह जो सभी रोगों को रोकता है'। नीम दो तरह का होता है मीठा नीम और कड़वा नीम। दोनों में औषधीय गुण पाए जाते हैं।

कैसे बनाएं नीम का जूस- पहले नीम के पत्तों को धोकर जरूरत के हिसाब से रात भर पानी में भिगो दें. इसके बाद सुबह इसे मिक्सी में पीस लें। अब तैयार पेस्ट में 1 लीटर पानी और नींबू का रस मिलाकर छलनी की सहायता से छानकर बोतल में भर लें. आप इस जूस को 2-3 दिनों तक पी सकते हैं।

नीम के रस के फायदे-

* आपकी जानकारी के लिए बता दे की, रोजाना इसका सेवन करने से पेट, जांघ, कमर के आसपास जमा अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद मिलेगी। वजन को नियंत्रित करने से शरीर शेप में आ जाएगा।

एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल गुणों से भरपूर इस जूस को पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और बीमारियों से बचाव होगा।

नियमित रूप से नीम का रस पीने से थकान, कमजोरी दूर होगी और आप पूरे दिन तरोताजा और ऊर्जावान महसूस करेंगे।

यदि बच्चों को पेट में कीड़े की समस्या है तो आप बच्चे को पौष्टिक और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर नीम के रस की 1-2 घूंट पिला सकते हैं।

* नीम का रस नियमित रूप से पीने से चेहरे के दाग-धब्बे, झुर्रियां, काले घेरे आदि की समस्या दूर हो जाएगी।

* नियमित रूप से नीम का रस पीने से कैल्शियम और आयरन की कमी पूरी हो जाएगी। साथ ही मांसपेशियां और हड्डियां भी मजबूत होंगी।

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