सड़क पर आपने कई बार पीली और सफेद लाइन देखि होगी। ये दो रंगों की होने के साथ अलग-अलग डिजाइन की होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये लाइनें आखिर किस काम आती है। तो चलिए आज जानते है इसका क्या मतलब है।

सॉलिड व्हाइट लाइन:- इसका मतलब होता है कि आपको अपनी लेन नहीं बदलनी है, जिस लेन पर चल रहे हैं उसी पर चलते रहिए।

ब्रोकन व्हाइट लाइन:- सड़क के बीचों-बीच एक निश्चित दूरी पर बनी सफेद लाइन्स इस बात का निर्देश देती हैं कि यहां लेन बदली जा सकती है।

एक सॉलिड यलो लाइन:- इस रेखा के तहत पासिंग और ओवरटेकिंग की जा सकती है, पर आपको बिना पीली रेखा को पार किए ओवरटेकिंग करना होता है। इसके साथ-साथ भारत के अलग-अलग राज्यों में इसको लेकर अलग-अलग नियम बने हुए हैं।

दो सॉलिड यलो लाइन:- यहां आप पासिंग या ओवरटेक नहीं कर सकते।

ब्रोकन यलो लाइन: इस लाइन पर आप पास कर सकते हैं लेकिन सावधानी के साथ।

सॉलिड यलो लाइन के साथ ब्रोकन येलो लाइन:- अगर आप ब्रोकन लाइन की ओर से ड्राइविंग कर रहे हैं तो आप आसानी से ओवरटेक कर सकते हैं, लेकिन अगर आप दूसरी तरफ से गाड़ी चला रहे हैं तो ओवरटेक नहीं कर सकते।

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