इंटरनेट डेस्क। हर साल जुलाई से अगस्त के बीच आने वाले सावन के पवित्र महीने में सोमवार को भगवान शिव की पूजा के लिए बहुत शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि सावन के सोमवार के दिन शिव जी की पूजा करना आम दिनों की तुलना में 108 गुना ज्यादा शक्तिशाली होती है। इसी वजह से इस दिन शिव भक्त उपवास रखते है और शिव जी की पूजा करते है।

प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, जो लोग सावन के महीने के सोमवार के दिन व्रत करते हैं उन्हें दुनिया के सभी खुशियां और सुख मिलते है। उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। इस दिन किए गए दान को ज्योतिर्लिंग का दर्शन करने के समान फलदायक माना जाता है।

हालाँकि इस दिन उपवास करने का हर व्यक्ति का कारण अलग अलग होता है। कुछ लोग लंबी आयु के लिए तो कुछ वैवाहिक जीवन में ख़ुशी के लिए इस दिन व्रत रखते है। कुंवारे लोग मनपसंद जीवनसाथी पाने की इच्छा से सावन के सोमवार के दिन उपवास रखते है।

जहां कुछ लोग सावन के महीने सिर्फ सोमवार को व्रत रखते है वहीं कुछ लोग इस पूरे महीने में उपवास रखते है। वे इस दौरान केवल एक विशेष प्रकार का ही भोजन खाते है। इस दौरान साबूदाना और फल का सेवन करना आम बात है।

महिलाओं के लिये सावन में व्रत रखने का बहुत महत्व है। विवाहित महिलाएं और कुंवारी लड़कियां दोनों अलग अलग कारणों से इस महीने में व्रत रखती है। जहां विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती है वहीं कुंवारी लड़कियां अच्छा और मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए उपवास करती है। इसके अलावा व्रत रखने से वैवाहिक जीवन भी सुखी होता है।

साथ ही इस दौरान व्रत रखने को सेहत के हिसाब से भी फयदेमंद माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि बारिश के महीने में पाचन तंत्र बहुत धीरे काम करता है इसलिए इस दौरान उपवास रखने और हल्का भोजन करना सेहत के लिए अच्छा होता है। इसी वजह से इस पूरे महीने ही खान पान का भी विशेष ध्यान रखा जाता है।

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