डॉक्टरों का कहना हैं कि एनर्जी ड्रिंक से पैदा होनेवाली कार्डियोटॉक्सिसिटी दिल फेल होने का सबसे ज्यादा कारण था. एनर्जी ड्रिंक के 'अत्यधिक' सेवन के बाद हार्ट फेल्योर का सामना करना पड़ सकता हैं। डिब्बाबंद में कैफीन 160 मिलीग्राम मात्रा होती हैं।

डॉक्टरों का कहना हैं की हार्ट फेलियर के साथ-साथ किडनी फेलियर का खतरा भी बढ़ रहा हैं। ऐसे में नौजवानो को एनर्जी ड्रिंक का सेवन करते हुए ज्यादा जागरूक होने की ज़रुरत है।

डॉक्टर कहते हैं, "एनर्जी ड्रिंक्स का रोजाना इस्तेमाल युवाओं के बीच कम नहीं हुआ है, और हमारा रिसर्च खुलासा करता है कि निम्न और उच्च सामाजिक आर्थिक ग्रुप के बीच इस्तेमाल दर में व्यापक असमानता देखने को मिला है." उनकी लोकप्रियता में उस वक्त तक कमी नहीं आ सकती है जब वैधानिक और नीति उपायों को लागू न किया जाए.

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