लाइफस्टाइल डेस्क। दोस्तों भारत में लगभग सभी लोग लंबी दूरी तय करने के लिए ट्रेन का ही चयन करते हैं, क्योंकि यह काफी सस्ता साधन माना जाता है। दोस्तों ट्रेन में सफर करते समय लोग टॉयलेट का भी इस्तेमाल करते हैं, लेकिन दोस्तों हम आपको बता दें कि जब पहली ट्रेन चली थी तो उसमें टॉयलेट की व्यवस्था नहीं थी।
दोस्तों जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि साल 1909 में ओखिल चंद्र सेन नामक एक यात्री ने पैसेंजर ट्रेन में सफर कर रहे थे, इस सफर में उन्हें ट्रेन में टॉयलेट की व्यवस्था की कमी दिखाई दी। इस कमी को देखते हुए ओखिल चंद्र सेन रेलवे विभाग को एक पत्र लिखा, जिसमे उन्होंने ट्रेन में टॉयलेट की व्यवस्था कराने को कहा, उनके पत्र को पढ़कर ही रेलवे विभाग ने ट्रेनों में टॉयलेट की व्यवस्था की।

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