यदि आपका जीवन वर्तमान में अच्छा चल रहा है, तो आगामी कल की चिंता करना और आज से इसे सुरक्षित बनाना शुरू करना आवश्यक है। रिटायरमेंट के बाद कई तरह के इन्वेस्टमेंट प्लान होते हैं ताकि बुढ़ापे में आर्थिक परेशानी न हो। स्वरोजगार और मजदूर वर्ग के लोगों के लिए कई तरह की सेवानिवृत्ति योजनाएं हैं। प्लानिंग करने से पहले इस बात का ध्यान रखें कि उसमें आपकी बुढ़ापे की सभी जरूरतें शामिल की गई हों।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, यदि आप रिटायरमेंट के करीब हैं तो यह जानना जरूरी है कि आप रिटायरमेंट के सही रास्ते पर हैं या नहीं। आप वर्तमान में कितना खर्च करते हैं। कौन से खर्चे जोड़े जा सकते हैं, इन बातों को ध्यान में रखते हुए मासिक बजट बनाएं। बजट तैयार होने के बाद देखें कि रिटायरमेंट के बाद आपकी मासिक आय कितनी होगी। वित्तीय आकलन के दौरान अगर व्यय और आय के बीच का अंतर अधिक है तो इसे दो तरह से भरा जा सकता है। आप अपने खर्चों पर नियंत्रण रखें। आपके जो ख़र्चे हैं उनमें कई ख़र्चे भी गैर ज़रूरी हो सकते हैं। भविष्य में संभावित आय के हिसाब से खर्च और आय को संतुलित करें।

बता दें कि,खर्च कम न होने की स्थिति में आय बढ़ाने पर जोर दिया जाए। यदि आपको लगता है कि सेवानिवृत्ति कोष पर्याप्त नहीं है, तो आप कुछ और वर्षों के लिए नौकरी कर सकते हैं। जिसके अलावा पैसिव इनकम पर भी फोकस हो सकता है। निष्क्रिय आय के लिए अपने कौशल का प्रयोग करें। दो चीजों को करने के बाद धीरे-धीरे अपने जीवन और खर्चों को भविष्य की आय के अनुसार बदलें। यदि आप इसकी तैयारी कुछ साल पहले से शुरू कर दें तो रिटायरमेंट के बाद भी जीवन में कोई बदलाव नहीं आएगा।सेवानिवृत्ति के बाद अचानक जीवन बदल जाएगा और धन की अनुभूति होने लगेगी।

Related News