ये तो सब जानते है, कि सावन का महीना कितना पवित्र माना जाता है. वो इसलिए क्यूकि इस महीने शिव जी की खूब भक्ति की जाती है और ये शिव जी का ही महीना माना जाता है. इसके साथ ही ऐसा माना जाता है, कि जो व्यक्ति सावन के महीने में शिव जी की भक्ति करता है, उसके सभी कार्य सम्पन्न हो जाते है. यहाँ तक कि उस व्यक्ति के घर कभी अन्न और धन की कमी नहीं होती और सभी देवी देवताओ की कृपा उस पर बनी रहती है.

इसके इलावा सावन के महीने में भगवान् शिव के मंदिरो में हमेशा उनके भक्तो की भीड़ लगी ही रहती है. बरहलाल सावन का महीना काफी पवित्र होता है, इसलिए धार्मिक शास्त्रों में कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताया गया है, जो इस महीने में भूल कर भी नहीं करनी चाहिए. जी हां दरअसल ऐसा माना जाता है, कि इन कार्यो को करने से भगवान् शिव क्रोधित हो जाते है और उनकी कृपा भी हमें प्राप्त नहीं होती.

गौरतलब है, कि भगवान् शिव की पूजा करते समय इस बात का ध्यान जरूर रखे कि उन पर हल्दी न चढ़े. जी हां हल्दी केवल आप जलधारी पर ही चढ़ा सकते है. बता दे कि हल्दी स्त्रीत्व को दर्शाती है और इसे माता पार्वती का प्रतीक माना जाता है. जब कि शिवलिंग पुरुषत्व से संबंधित है और ये भगवान् शिव का प्रतीक है. इसलिए शिवलिंग की बजाय हमेशा जलधारी पर ही हल्दी चढ़ाएं.

इसके इलावा ऐसी मान्यता है, कि सावन के महीने में दूध नहीं पीना चाहिए. वो इसलिए क्यूकि इस महीने कीड़े मकौड़ो की संख्या बढ़ जाती है. वही पशु जैसे गाय और भैंस घास के साथ साथ इन कीड़े मकौड़ो को भी खा जाते है. ऐसे में गाय या भैंस से प्राप्त किया हुआ दूध हानिकारक होता है. गौरतलब है, कि सावन के महीने में बैंगन की सब्जी भी नहीं खानी चाहिए, क्यूकि इस महीने में बैंगन की सब्जी में कीड़े अधिक होते है. इसके इलावा बैंगन न खाने का एक धार्मिक कारण ये है, कि इसे शास्त्रों में अशुद्ध माना जाता है.

यही वजह है, कि कार्तिक मास में कार्तिक महीने का व्रत रखने वाले लोग बैंगन का सेवन नहीं करते. बता दे कि सावन का महीना हमें नयी ऊर्जा प्रदान करने के लिए होता है. इसलिए इस महीने भूल कर भी अपने मन में कोई गलत विचार न लाये. जैसे किसी के बारे में बुरा सोचना या किसी स्त्री को लेकर बुरे ख्याल मन में लाना आदि सब से दूर रहना चाहिए. बरहलाल अगर आपके मन में ऐसे ख्याल आएंगे तो इससे आपका मन भटकने लगेगा और आप अपना ध्यान शिव जी की भक्ति में नहीं लगा पाएंगे.

वैसे भी शास्त्रों में स्त्री के संबंध में गलत सोचना महापाप माना जाता है. गौरतलब है, कि स्त्री जननी होती है और ऐसे में सबको उसका सम्मान करना चाहिए. इसके इलावा इस महीने जितना हो सके कलेश से दूर रहे और घर में शान्ति का वातावरण बनाये रखे. इससे आपका मन भी शांत रहेगा. वैसे आपको बता दे कि जिस घर में कलेश रहता है वहां देवी देवता कभी वास नहीं करते और न ही शिव जी की कृपा वहां होती है.

इसके इलावा सावन के महीने में क्रोध भी नहीं करना चाहिए, क्यूकि इससे मन की एकाग्रता नष्ट हो जाती है. गौरतलब है, कि यदि आप शिव जी की कृपा पाना चाहते है तो खुद को हमेशा शांत रखे. तो सावन के महीने में इन सब चीजों का ध्यान रखे और सच्चे मन से शिव जी का पूजन करे.

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