पति-पत्नी या कपल का रिश्ता बेहद नाजुक होता है, जिसमें प्यार के साथ-साथ झगड़े भी देखने को मिलते हैं। जब विवाद बढ़ते हैं, तो उन्हें हल करने की आवश्यकता होती है। इस नाजुक रिश्ते की लड़ाई के लिए युगल चिकित्सा एक सहारा बन जाती है। आत्म सुधार के लिए युगल चिकित्सा आवश्यक है। अक्सर छोटी-छोटी बातें रिश्तों के बीच दूरियां बढ़ा देती हैं। दंपति कई दिनों तक एक-दूसरे से बात नहीं करते हैं। ऐसे में कपल थेरेपी कपल्स के बीच दूरियां लाने का काम करती है। युगल चिकित्सा में कई गतिविधियाँ शामिल हैं जो जीवन को रोचक बना सकती हैं।


थेरेपी का उपयोग जोड़ों के बीच संघर्ष और झगड़े को कम करने के लिए किया जाता है। कपल थेरेपी कपल्स के बीच दूरियों को कम करने और रिश्ते में प्यार बढ़ाने का काम करती है। कपल्स थेरेपी एक रिश्ते को मजबूत कर सकती है। एक लाइसेंस प्राप्त काउंसलर जोड़ों के बीच सुलह की सुविधा प्रदान करता है और कई गतिविधियाँ जो एक साथ की जा सकती हैं, इस चिकित्सा में शामिल हैं। इस गतिविधि के चलते कपल्स के बीच के विवाद और दूरियों को कम करने की कोशिश की जाती है।

इस कपल थैरेपी में जोडा एक टीम के रूप में काम करता है। इतना ही नहीं रिश्तों में मिठास भी आती है, मिठास के साथ साथ दोनो में प्यार, क्वालिटी टाइम, शारीरिक औऱ भावात्मक परिवर्तन, रिश्तों के पैटर्न की पहचान के साथ साथ दोनो में विश्वास, एक दूसरे के प्रति सम्मान, रिश्तों में मिठास आती है।

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