एक स्टडी में ये खुलासा किया गया है कि कोरोनावायरस हवा में घूम सकता है। दरअसल जिस कमरे में कोरोनापॉजिटिव मरीज को रखा जाता है उस कमरे में हवा में कोरोना वायरस मौजूद हो सकता है।

अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ नेब्रास्का के रिसर्चर्स ने भी इस बात को लेकर स्टडी की थी। जिन हॉस्पिटलों में ये मरीज मौजूद रहते हैं उनके कमरों से लेकर कॉरिडोर तक ये वायरस मौजूद हो सकते हैं।

अब जरा आप सोचिए कि डॉक्टरों को इस से कितना खतरा है क्योकिं वे बिना मरीज को छूए मात्र सांस लेने से ही कोरोना के सम्पर्क में आ सकते हैं।

डॉक्टर्स और अन्य मेडिकल स्टाफ के लिए प्रोटेक्टिव कपड़े कितने अधिक जरूरी हैं। दुनियाभर में अब तक इस जानलेवा वायरस से 8 लाख 58 हजार से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं वहीं 42000 से अधिक लोगों की जान चली गई है।

हालाकिं इस बारे में कोई आंकड़ा नहीं है कि कितने लोग मरीजों से सम्पर्क में आने से प्रभावित हुए और कितने लोग हवा में मौजूद वायरस से। लेकिन ये बात साफ़ है कि जिन अस्पतालों में कोरोना मरीजों को रखा जाता है वहां पर ये वायरस भारी मात्रा में रहते हैं।

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