corona virus: कोरोना महामारी के बीच रोज करना चाहीए ऐसा, नहीं होगा संक्रमण
केंद्र सरकार ने आखिरकार कोरोना महामारी के उपचार में आयुर्वेद और योग को आधिकारिक रूप से शामिल किया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कोरोना के इलाज के लिए एक योग और आयुर्वेद आधारित प्रोटोकॉल की घोषणा की। दूसरी ओर, इस महीने नवरात्रि सहित देश में त्योहारों के आने के साथ, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि नियंत्रण क्षेत्र के बाहर समारोह की अनुमति दी जा सकती है।
देश में पिछले कुछ दिनों में कोरोना का प्रकोप कम हुआ है। पिछले 24 घंटों में, देश में कोरोना के 72,869 नए मामले सामने आए हैं और 1,006 और मौतें हुई हैं, जबकि 82,911 मरीज ठीक हुए हैं। इससे कोरोना मामलों की कुल संख्या 67,46,642 हो जाती है और मरने वालों की संख्या 1,04,499 हो जाती है। पीटीआई के राज्य-वार टेली के अनुसार, कोरोना में कुल 57,32,776 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि यदि प्रतिरक्षा प्रणाली अच्छी थी तो कोरोना के प्रसार को रोका जा सकता है। आयुर्वेद और योग के माध्यम से प्रतिरक्षा को बढ़ाया जा सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कोविद -19 के चिकित्सा प्रबंधन के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों और योग पर आधारित एक प्रोटोकॉल की घोषणा की है।
इनमें कोरोनोवायरस संक्रमण को रोकने और हल्के लक्षणों और स्पर्शोन्मुख मामलों का इलाज करने के लिए अश्वगंधा और आयुष -64 जैसी जड़ी-बूटियां शामिल हैं। हर्षवर्धन ने कहा कि कोरो के निवारक उपायों के साथ यह प्रोटोकॉल न केवल कोविद -19 के प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि आधुनिक ज्ञान की समस्याओं को सुलझाने में पारंपरिक ज्ञान को प्रासंगिक बनाने में भी महत्वपूर्ण है।