एक नवजात शिशु के लिए उसकी मॉ का दूध बहुत ही जरूरी हैं, खासकर उनके विकास के लिए, आपको बता दें कि मॉ के दूध में वो सभी पोषण होते हैं जो बच्चे की सेहत और विकास के लिए जरूरी होती हैं, ऐसे में माताओं के बीच एक चिंता का विषय बना रहता हैं कि क्या ब्रेस्टफीडिंग के बाद उनके बच्चे की भूख मिट जाती हैं या वो भूखें रह जाते है, आइए जानते हैं इसके बारे में-

Google

पर्याप्त दूध की आपूर्ति के संकेत:

भूख के संकेतों को समझना: शिशु केवल भूख लगने पर ही नहीं बल्कि अन्य कारणों से भी रोते हैं। भूख के विशिष्ट संकेतों जैसे कि रोना या चूसना आदि पर ध्यान दें।

भोजन पैटर्न: शिशु आमतौर पर भूख लगने पर लंबे समय तक दूध पीते हैं और पेट भर जाने पर संतुष्ट हो जाते हैं।

संतुष्टि के संकेत: संतुष्ट शिशु संतुष्ट दिखाई देगा, दूध पीने के बाद 2-3 घंटे तक शांति से खेल सकता है या सो सकता है।

Google

गीला मुँह और जीभ: दूध पीने के बाद, शिशु का मुँह और जीभ नम दिखाई देनी चाहिए, जो दर्शाता है कि उसने पर्याप्त दूध पी लिया है।

सुनने में आने वाली आवाज़: स्तनपान के दौरान निगलने की आवाज़ सुनें, जो प्रभावी दूध सेवन का संकेत देती है।

स्तन की स्थिति: स्तनपान के बाद स्तन हल्के और मुलायम महसूस होने चाहिए, जो यह दर्शाता है कि दूध प्रभावी रूप से निकल गया है।

Google

दूध पिलाने की आवृत्ति:

डॉक्टर हर 2-3 घंटे में दूध पिलाने की सलाह देते हैं, यानी 24 घंटे में कुल 8-12 बार, ताकि बच्चे को पर्याप्त दूध मिल सके।

Related News