चबा कर या निगल कर? जानें तुलसी के पत्तों का सेवन किस तरह करना चाहिए
तुलसी के पत्ते सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। कुछ लोग इसे चबा कर तो कुछ लोग इसे निगल कर खाने की सलाह देते हैं। कहा जाता है कि इसे चबा कर खाने से दांत खराब हो सकते हैं। इसी बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि आपको कैसे तुलसी के पत्ते का सेवन आपको कैसे करना चाहिए। इसके क्या फायदे हैं और इसके बारे में क्या क्या बातें कही जा रही हैं।
फायदे
तुलसी के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल तत्व होते हैं इस से आप कई तरह की समस्याओं खांसी, जुकाम, सर्दी आदि से छुटकारा पा सकते हैं। इसमें पाए जाने वाले एसिड से पाचन संबंधी दिक्कतें दूर होती है। तुलसी के पत्ते में मौजूद अडैप्टोजेन स्ट्रेस को कम करने का काम करता है। इस से ब्लड फ्लो भी सुधार होता है। तुलसी के पत्तों से सिरदर्द में भी राहत मिलती है। ये एसिडिटी, गैस और अपच जैसी समस्याओं से भी राहत दिलाता है। तुलसी के पत्ते आपकी बॉडी को डिटॉक्स करते हैं और मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ाते हैं।
कैसे खाना चाहिए?
आपको रात को तुलसी के चार पांच पत्ते भिगो कर रखने हैं और अगली सुबह इन पत्तों को खाली पेट पानी से निगल जाएं। कटोरी का पानी भी पी लें। इसके अलावा आप चाय बनाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं। इन्हे कभी चबाना नहीं चाहिए।
क्यों नहीं चबाना चाहिए?
तुलसी के पत्तों में पारा और आयरन बहुत अधिक होता है। ये खनिज आपके दांतों को नुकसान पहुंचाते हैं और मलिनकिरण का कारण बनते हैं। इसके अलावा तुलसी के पत्ते अम्लीय होते हैं और चूंकि हमारे मुंह में वातावरण क्षारीय होता है, इसलिए यदि नियमित रूप से बहुत अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो यह दांतों के इनेमल को खराब कर सकता है।