केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को कहा कि ऑटोमोबाइल कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों ने छह महीने के भीतर फ्लेक्स फ्यूल वाहनों का निर्माण शुरू करने का वादा किया है। मंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हाल ही में एक बिजनेस समिट में भाग लेने के दौरान कथित तौर पर यह बात कही।

उन्होंने कहा कि सरकार शत-प्रतिशत स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों पर सार्वजनिक परिवहन चलाने की योजना पर काम कर रही है। इथेनॉल को पेट्रोल में 20 प्रतिशत राशन पर मिश्रित ईंधन बनाने के लिए मिलाया जाता है जो मानक पेट्रोल की कीमत से लगभग आधी कीमत पर बेचा जाता है।

शत-प्रतिशत एथेनॉल से चलेंगे वाहन

मंत्री गडकरी ने खुलासा किया कि प्रमुख ऑटो निर्माताओं और उद्योग निकाय सियाम के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक में उन्हें बताया गया था कि एक से अधिक प्रकार के ईंधन पर चलने वाले फ्लेक्स-फ्यूल इंजन जल्द ही उत्पादन शुरू कर देंगे। उन्होंने कहा कि अधिकांश वाहन जल्द ही 100 प्रतिशत एथेनॉल से संचालित होंगे। सरकार द्वारा हाइड्रोजन ईंधन और हरे रंग के अन्य वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा देने के प्रयास चल रहे हैं।

मंत्री ने कथित तौर पर कहा- 'फ्लेक्स ईंधन', वैकल्पिक मिश्रित ईंधन पेट्रोल को मेथनॉल या इथेनॉल के साथ मिलाकर उत्पादित किया जाता है। टीवीएस मोटर और बजाज ऑटो जैसी कंपनियों ने पहले ही अपने दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए फ्लेक्स-फ्यूल इंजन का निर्माण शुरू कर दिया है।

ज़ी न्यूज़ हिंदी की एक रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र राज्य में कई जगहों पर इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल उपलब्ध कराया गया है, जहाँ यह कथित तौर पर 70 रुपये प्रति लीटर से कम में बेचा जा रहा है।

Related News