आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में कुछ ऐसे सुखों के बारे में बताया है जो हर किसी को नसीब नहीं होते हैं,ये पिछले जन्म के पुण्य की वजह से प्राप्त होते हैं।
आचार्य चाणक्य ने नीति शास्त्र में मुनष्य के जीवन से संबंधित कई बातों का उल्लेख किया है,इन बातों का पालन करके व्यक्ति अपने जीवन को सफल बना सकते हैं,आज इस लेख के जरिये हम आपको उन्ही सुखो के बारे में बताने जा रहे है,आइये जाने


1.धन का सही इस्तेमाल - आचार्य चाणक्य के अनुसार अगर व्यक्ति के पास बहुत अधिक धन है तो वह उसके लिए सब कुछ नहीं है जब तक व्यक्ति को उसे संभालना नहीं आता।अतः चाणक्य के अनुसार जिस व्यक्ति में धन को सँभालने का गुण होता है वो बहुत ही भाग्यशाली होता है।
2.भोजन - जिस व्यक्ति को उसके मन के अनुसार खाना खाने को मिल जाए इससे बड़े सुख की बात और क्या हो सकती है,आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को अच्छा खाना मिलाना अच्छे भाग्य की निशानी माना जाता है।


3.दान - दान करने का स्वभाव व्यक्ति को पिछले जन्म के आधार पर प्राप्त होता है धन तो बहुत से लोगों के पास होता है, लेकिन जिस व्यक्ति में दान करने का गुण का पाया जाता है वह भाग्यशाली माना जाता है।

पाचन शक्ति - ये अक्सर देखा जाता है की बहुत से लोग अच्छा खाना मिलने पर कमजोर पाचन शक्ति के चलते उसे खा नहीं पाते हैं।अतः सिर्फ अच्छा खाना मिलना ही सबकुछ नहीं होता है, उसे पचाने की शक्ति होना भी बहुत जरूरी है।

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