भाई दूज को चित्रगुप्त से यमराज लेते हैं अच्छे-बुरे कर्मों का हिसाब
सोसाइटी से जुड़ी सटीक खबरों के लिए हमें फॉलो करना ना भूलें, यह खबर आपको कैसी लगी कृपया कमेंट करके हमें बताएं।
इस साल 9 नवंबर को भाई दूज का त्यौहार है। भाई दूज को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन चित्रगुप्त की पूजा की जाती है। बता दें कि चित्रगुप्त मनुष्य के हर अच्छे-बुरे कर्मों का हिसाब अपनी किताब में लिखते हैं। इस स्टोरी में हम आपको चित्रगुप्त से जुड़ी कुछ प्रचलित मान्यताओं के बारे में बताने जा रहे हैं।
- गरुड़ पुराण के अनुसार जब यमदूत किसी आत्मा को यमलोक ले जाते हैं, वह सबसे पहले यमपुरी के द्वार पर द्वारपाल को इसकी सूचना देते हैं। इसके बाद द्वारपाल चित्रगुप्त को बताते हैं और चित्रगुप्त यमराज को सूचना देते हैं।
- यमराज सबसे पहले चित्रगुप्त से मृत आत्मा के अच्छे-बुरे कर्मों का हिसाब पूछते हैं। इसके बाद चित्रगुप्त उस आत्मा के संबंध में जानकारी प्रदान करते हैं।
- ब्रह्मा के पुत्र श्रवण देवता की पत्नियां श्रवणी नाम से प्रसिद्ध हैं। श्रवण पुरूषों तथा श्रवणी महिलाओं के चरित्रों को अच्छी तरह से जानती हैं।
- इस संसार में जो भी प्राणी अच्छे या बुरे कर्म करते हैं, उनके बारे में श्रवण नामक देवगण चित्रगुप्त से कहते हैं।
- श्रवण व श्रवणी, चित्रगुप्त यह सभी धर्मराज के दूत हैं। सत्यवादी श्रवण मनुष्यमात्र के किए हुए सभी कार्यों को चित्रगुप्त को बताते हैं।
- पापी पुरुषों के पाप की सूचना श्रवण यमराज को देते हैं, इसके बाद उन बुरे कर्मों पर विचार करने के बाद ही यमराज पापियों को दंड देते हैं।