भारत में शायद ही कोई व्यक्ति होगा जिसने पीली हल्दी का प्रयोग न किया हो। यह हमारे किचन का अहम हिस्सा है। कोई भी अच्छी डिश इसके बिना अधूरी लगती है. लेकिन क्या आपने कभी काली हल्दी के बारे में सुना है? अगर नहीं तो आज हम आपको इस मसाले के बारे में बताएंगे।

काली हल्दी मुख्य रूप से भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में उगाई जाती है। यह सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। त्वचा के लिए भी यह किसी औषधि से कम नहीं है। आइए जानें कि यह हमारे लिए कैसे उपयोगी है। छीलने या जलाने के लिए हम कई तरह की स्किन क्रीम का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन अगर आप आयुर्वेद उपचार चाहते हैं तो चोट वाली जगह पर काली हल्दी का लेप लगाएं। ऐसा करने से घाव तेजी से भरता है

काली हल्दी का उपयोग पेट की समस्याओं के लिए किया जाता है क्योंकि यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने का काम करती है। अगर किसी को पेट दर्द या गैस की समस्या है तो यह मसाला काफी फायदेमंद साबित होगा। इसके लिए काली हल्दी का पाउडर तैयार करें और इसे पानी में मिलाकर पिएं।

पीली हल्दी की तरह काली हल्दी भी त्वचा के लिए फायदेमंद होती है। इस मसाले को शहद में मिलाकर चेहरे पर लगाएं और आपको गजब का निखार मिलेगा। इसके अलावा आपको चेहरे के काले धब्बे और पिंपल्स से भी छुटकारा मिलेगा। बढ़ती उम्र के साथ जोड़ों में दर्द होना आम बात है, जब दर्द बढ़ने लगे तो एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-फंगल गुणों से भरपूर काली हल्दी का लेप प्रभावित जगह पर लगाएं, इससे सूजन में भी राहत मिलेगी।

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