गर्मी के मौसम में हमें हमेशा सनस्क्रीन लोशन लगाने की सलाह दी जाती है। लेकिन ज्यादातर लोगों को यह नहीं पता होता है कि सनस्क्रीन लोशन क्या है, कितना इस्तेमाल करना है या एसपीएफ क्या है? सनस्क्रीन वास्तव में कुछ भी है जो आपकी त्वचा को पराबैंगनी किरणों से बचाता है। सनस्क्रीन कई तरह के होते हैं। जैसे लोशन, क्रीम, जेल या मलहम। त्वचा पर सनस्क्रीन का छिड़काव भी किया जा सकता है। होंठ, नाक और पलकों पर एक छड़ी के साथ सनस्क्रीन की एक परत बनाई जा सकती है। घर की खिड़की के शीशे से आने वाली तेज धूप को रोकने के लिए शीशे पर लगायी जाने वाली फिल्म भी सनस्क्रीन का काम करती है। इस फिल्म को मोटर या ऑफिस के शीशे पर भी लगाया जा सकता है।

एसपीएफ़ क्या है? यह प्रश्न बहुतों को भ्रमित करता है। इसका जवाब विशेषज्ञ यह कहते हुए देते हैं कि SPF का मतलब सन प्रोटेक्शन फैक्टर है। SPF में भी 15, 30 या 50 की राशि होती है। आपकी त्वचा पर सनस्क्रीन लोशन कितने समय तक चलता है? या यह त्वचा पर कितने मिनट तक रहता है यह महत्वपूर्ण है।

सनस्क्रीन का SPF चेक करने का एक आसान तरीका यह है कि अगर कोई महिला बिना सनस्क्रीन लोशन लगाए धूप में निकल जाती है और उसकी त्वचा दस मिनट में जल जाती है, तो वही महिला जो पंद्रह SPF वाला सनस्क्रीन लगाती है, उसकी त्वचा 150 मिनट में जल जाएगी। यानी उसे पराजंबली किरणों से डेढ़ सौ मिनट तक सुरक्षा मिलेगी।

विशेषज्ञों के अनुसार, फ़ैक्टर पंद्रह यूवी किरणों से 93 प्रतिशत तक सुरक्षा प्रदान करता है। SPF 30 96 प्रतिशत तक सुरक्षा प्रदान करता है। लेकिन सनस्क्रीन लोशन को 'ब्रॉड स्पेक्ट्रम' कहा जाता है, जो त्वचा को दोनों प्रकार की पराबैंगनी किरणों, परजाम्बली-ए और परजाम्बली-बी से बचाता है।

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