बजरंगबली होते हैं प्रसन्न, हनुमान चालीसा का पाठ करते समय रखें इन बातों का ध्यान
दोस्तों, इस बात को सभी जानते हैं कि मंगलवार का दिन हनुमानजी का है। हिंदू धर्मशास्त्रों में यह वर्णित है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से हनुमान जी बहुत प्रसन्न होते हैं। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति हनुमान चालीसा का रोज पाठ करता है, उसकी इच्छा शक्ति बहुत मजबूत होती है।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, हनुमान चालीसा का पाठ करने की विधि तो बहुत आसान है, लेकिन कुछ लोग जानकारी के अभाव में गलतियां करते हैं। आइए जानें, हनुमान चालीसा का पाठ करते किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- कुछ लोग स्नान आदि जैसे दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर भीगे शरीर केवल तौलिया लपेटकर हनुमान चालीसा का पाठ करने बैठ जाते हैं। यह गलत तरीका है। जबकि सुबह स्नान आदि करने के बाद लाल धोती पहनकर हनुमान जी के चित्र या मूर्ति के सामने बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
- कभी भी अस्वच्छ अवस्था में या फिर रजस्वला स्त्री के स्पर्श के बाद हनुमान चालीसा का पाठ करने से बचें।
- हनुमान चालीसा का पाठ करते समय केवल ऊनी या कुशा के आसन का उपयोग करना चाहिए। अन्य आसन का उपयोग करने से पूजा करने का पूरा फल नहीं मिलता है।
- हनुमान चालीसा का पाठ करते समय आपका ध्यान केवल ईश्वर भक्ति में लगे रहना चाहिए। इधर-उधर की बातें सोचने से बचना चाहिए।
- जिस स्थान पर हनुमान चालीसा का पाठ करें, वह स्थान साफ-सुथरी होनी चाहिए।
दोस्तों, इस बात को सभी जानते हैं कि मंगलवार का दिन हनुमानजी का है। हिंदू धर्मशास्त्रों में यह वर्णित है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से हनुमान जी बहुत प्रसन्न होते हैं। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति हनुमान चालीसा का रोज पाठ करता है, उसकी इच्छा शक्ति बहुत मजबूत होती है।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, हनुमान चालीसा का पाठ करने की विधि तो बहुत आसान है, लेकिन कुछ लोग जानकारी के अभाव में गलतियां करते हैं। आइए जानें, हनुमान चालीसा का पाठ करते किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- कुछ लोग स्नान आदि जैसे दैनिक कार्यों से निवृत्त होकर भीगे शरीर केवल तौलिया लपेटकर हनुमान चालीसा का पाठ करने बैठ जाते हैं। यह गलत तरीका है। जबकि सुबह स्नान आदि करने के बाद लाल धोती पहनकर हनुमान जी के चित्र या मूर्ति के सामने बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।
- कभी भी अस्वच्छ अवस्था में या फिर रजस्वला स्त्री के स्पर्श के बाद हनुमान चालीसा का पाठ करने से बचें।
- हनुमान चालीसा का पाठ करते समय केवल ऊनी या कुशा के आसन का उपयोग करना चाहिए। अन्य आसन का उपयोग करने से पूजा करने का पूरा फल नहीं मिलता है।
- हनुमान चालीसा का पाठ करते समय आपका ध्यान केवल ईश्वर भक्ति में लगे रहना चाहिए। इधर-उधर की बातें सोचने से बचना चाहिए।
- जिस स्थान पर हनुमान चालीसा का पाठ करें, वह स्थान साफ-सुथरी होनी चाहिए।