Ayushmaan Card Tips- क्या आप आयुष्मान कार्ड बनवाने जा रहे हैं, तो पहले जान लिजिए इससे जुड़े नियम
भारतीय सरकार देश के आर्थिक रूप से कमजोर लोगो के लिए विभिन्न प्रकारा की योजनाएं चलाती हैं, जिनका उद्धेश्य इन लोगो की मदद करना हैं और इनकी जीवनशैली में सुधार करना हैं। मनुष्य का जीवन कई अनिश्चिताओं से भरा हुआ हैं और इसमें ना जाने कब क्या हो जाएं, खासकर हम बात करे हेल्थ की, आज स्वास्थ्य इलाज बहुत ही महंगा हो गया हैं, जिससे गरीबों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। इस समस्या को समझते हुए भारतीय सरकार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-मुख्यमंत्री योजना शुरू की हैं, जिसके माध्यम से पात्र व्यक्ति 5 लाख तक का मुफ्त इलाज पा सकते हैं, अगर आप भी आयुष्मान कार्ड बनवाने की सोच रहे हैं, तो जान लिजिए इसका पूरा प्रोसेस, पात्रता और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां-
पात्रता मानदंड
पात्र व्यक्ति:
असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले: बिना किसी निश्चित वेतन के अनौपचारिक नौकरियों में कार्यरत व्यक्ति।
मिट्टी के घर: मिट्टी या अस्थायी ढाँचों से बने घरों में रहने वाले लोग।
निराश्रित या आदिवासी परिवार: गरीब या आदिवासी समुदायों से संबंधित परिवार।
विकलांग परिवार के सदस्य: ऐसे परिवार जिनमें कोई सदस्य विकलांग है।
दैनिक मज़दूर: नियमित रोज़गार के बिना दैनिक मज़दूरी कमाने वाले व्यक्ति।
ग्रामीण निवासी: ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग।
भूमिहीन व्यक्ति: जिनके पास कोई ज़मीन नहीं है।
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति: इन निर्दिष्ट समूहों के सदस्य।
अपात्र व्यक्ति:
सरकारी कर्मचारी: सरकारी क्षेत्रों में नौकरी करने वाले व्यक्ति।
संगठित क्षेत्र के कर्मचारी: लाभ के साथ औपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारी।
भविष्य निधि सदस्य: वे लोग जो भविष्य निधि में योगदान करते हैं।
गृहस्वामी: स्थायी या अच्छी तरह से निर्मित घरों के मालिक।
करदाता: आयकर का भुगतान करने वाले व्यक्ति।
योजना के लाभ
निःशुल्क चिकित्सा उपचार: लाभार्थी मान्यता प्राप्त अस्पतालों में ₹5 लाख तक के निःशुल्क उपचार का लाभ उठा सकते हैं।
सरकारी वित्तपोषण: चिकित्सा देखभाल की पूरी लागत सरकार द्वारा वहन की जाती है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि वित्तीय बाधाएं स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच में बाधा न बनें।