हमारे नवग्रहों में सबसे प्रभावशाली माने जाने वाले ग्रह सूर्य 4 मार्च को शाम 6:00 बजे अपना नक्षत्र परिवर्तन करके पूर्व भाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करने जा रहे हैं ,और 13 दिन यानी 17 मार्च की देर रात 2:21 बजे तक इसी नक्षत्र में रहेंगे। पूर्वाभाद्रपद का अर्थ होता है, शुभ पद यानी भाग्यशाली पावों वाला नक्षत्र। भाद्र या भद्र का अर्थ होता है सज्जन, शुभ, कल्याणकारी या भाग्य में वृद्धि करने वाला और पद का अर्थ चरण व पांव से है। इस प्रकार पूर्वाभाद्रपद ऐसा नक्षत्र है, जिसके आगमन से लोगों का कल्याण हो और वह लोगों के लिए शुभ हो।


यह नक्षत्र कुंभ राशि और मीन राशि को जोड़ने वाला होता है इसलिए जिन लोगों की कुंभ राशि या मीन राशि है उनका यह नक्षत्र हो सकता है। पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में जो लोग जन्म लेते हैं, वे आकर्षक व्यक्तित्व के धनी, गुणवान, धर्म, कर्म को मानने वाले, ईमानदार, परोपकारी, न्यायप्रिय होते हैं।


मेष, कर्क, कन्या, तुला, वृश्चिक और कुम्भ राशि वालों को खासतौर पर सतर्क रहना पड़ेगा। उनकी समस्याओं में इजाफा हो सकता है। उनके बनते हुए कार्यों में कोई न कोई रुकावट पैदा हो सकती है।

कुंभ राशि वालों की खास तौर पर मुश्किलें बढ़ सकती हैं । इन्हें संभल कर रहना होगा। इनको स्वास्थ्य संबंधित दिक्कत भी आ सकती है। इन लोगों को उतावलापन से बचना होगा और वाद विवाद से भी दूर रहना होगा।

जिन 6 राशि वालों के लिए सूर्य का पूर्व भाद्रपद नक्षत्र में आना बहुत शानदार रहने वाला है, उनमें वृषभ राशि व मिथुन राशि वालों का आर्थिक पक्ष पहले से मजबूत होगा। कार्यक्षेत्र में तरक्की मिलेगी। समाज में रुतबा बढ़ेगा।

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