बदलती जीवन शैली के साथ आज हमारे सभी के जीवन में एंजाइटी होना एक बेहद आम बात है और तनाव जरूरी नहीं है कि सिर्फ वयस्कों एवं बड़ों में हो यह आज बच्चों में भी देखने को मिलता है। बच्चे तनाव से डिप्रेशन की ओर बढ़ सकते हैं ऐसे में बेहद जरूरी है कि इसे सही समय रहते हुए पहचान लिया जाए। तो आज हम आपसे कुछ ऐसी जानकारी साझा कर रहे हैं जिसमें हम आपको तनाव के लक्षण बताएंगे । अगर आपको भी अपने आसपास किसी बच्चे ने यह लक्षण दिखाई दे तो इसे हल्के में ना लें और जल्द उस बच्चे से बात कर डॉक्टर की सलाह लें

बच्चों में तनाव या एंजाइटी को लेकर एक्सपोर्ट्स द्वारा की जाने वाली बातों को हमने आपके सामने रखने की कोशिश की है। एक्सपर्ट द्वारा कुछ लक्षण बताए गए हैं जिन्हें आप को सतर्कता से ध्यान में रखना चाहिए और अगर आपको यह लक्षण दिखाई दें तो आप को बच्चों से बात करनी चाहिए और इसके साथ-साथ साइकैटरिस्ट से अपने बच्चों को मिलवा ना चाहिए।

अगर आपके बच्चे का पढ़ाई या अन्य किसी भी काम में एकाग्रता नहीं लग पा रही है या एकाग्रता में कमी हो रही है

बच्चों में अगर नींद ना आने की समस्या हो रही है या नींद आते वक्त उसे बेहद बुरे सपने आ रहे हैं।

सही प्रकार से भूख ना लगने की समस्या होना।

हर समय चिड़चिड़ा स्वभाव होना या छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आ जाना

नकारात्मक विचारों से भरे हुए रहना या हर समय परेशान और बेचैन रहना

हर छोटी बात को लेकर रोना

हर समय बीमार रहना या फिर पेट में दर्द की शिकायत महसूस होना

आज के बदलते समय में बच्चों में एंजाइटी होने की कई कारण हो सकते हैं। आज बच्चों के जीवन में भी सभी आम इंसानों की तरह है स्ट्रेस में जगह बना ली है। आज बच्चों का बाहर खेलना कम होता हुआ दिखाई दे रहा है और लगातार मोबाइल गेमिंग और टीवी यह मोबाइल स्क्रीन के सामने उनका होना भी एक डिप्रेशन की बड़ी वजह बनता जा रहा है।

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