ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव को सबसे क्रूर ग्रह माना जाता है। ऐसे में शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए शनिवार को तेल का दान अवश्य करें। गरीब व्यक्ति की मदद करने पर शनि की विशेष कृपा मिलती है, इतनी ही नहीं हर बाधा दूर होती है।

बता दें कि शनिवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान आदि करके साफ कपड़े पहनकर पीपल वृक्ष पर जल अर्पित करें। इसके बाद लोहे से बनी शनिदेव की मूर्ति पर पंचामृत से स्नान करवाएं। तत्पश्चात धूप, काला वस्त्र, तिल, फूल व तेल आदि से पूजा-अर्चना करें। शनिदेव का मंत्र पढ़ते हुए प्रार्थना करें। मंत्र- शनैश्चर नमस्तुभ्यं नमस्ते त्वथ राहवे। केतवेअथ नमस्तुभ्यं सर्वशांतिप्रदो भव॥

दोस्तों, आराधना करते समय शनिदेव के दस नामों कोणस्थ, कृष्ण, पिप्पला, सौरि, यम, पिंगलो, रोद्रोतको, बभ्रु, मंद, शनैश्चर का उच्चारण करने से वे अति प्रसन्न होते हैं।

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक, शनिवार के दिन यह काम करके भी आप शनिदेव को प्रसन्न कर सकते हैं। जैसे धूप अथवा बारिश से बचने के लिए किसी जरूरतमंद को छाते का दान करें। समय-समय पर गरीब को तेल का दान करें।

शनिवार के दिन मांसाहार और नशे से दूर रहें। कभी भी मां-बाप, किसी गरीब अथवा घर-परिवार के लोगों का दिल ना दुखाएं। किसी नेत्रहीन की मदद करें। रोज सुबह-शाम जब भी रोटी बनाएं तो अंतिम रोटी कुत्ते को खिलानी चाहिए।

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