दोस्तो अगर हम बात करें गुजरें हुए जून जुलाई की तो भीषण गर्मी ने लोगो की हालत खराब कर दी थी, उत्तर भारत में पारा 50 के लगभग पहुंच गया था, जिसके चलते लोग पंखे, कूलर, AC पर निर्भर हो गए थे, भारी मांग को देखते हुए इनकी रेट्स बढ़ गई थी, लेकिन अगर आप ऑफ सीजन में एयर कंडीशनिंग (एसी) खरीदने का सोच रहे हैं, तो इन बातों का रखें ध्यान, आइए जानते हैं इनके बारे में-

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1. एसी के प्रकार

स्प्लिट एसी: कमरे के अंदर लगाए जाने वाले स्प्लिट एसी ज़्यादा सुंदर और शांत होते हैं। ये बड़ी जगहों के लिए आदर्श हैं।

विंडो एसी: इस प्रकार को खिड़की में लगाया जाता है और आम तौर पर यह ज़्यादा किफ़ायती होता है। यह छोटे कमरों के लिए अच्छा काम करता है।

सही प्रकार का चयन: अगर आपका कमरा छोटा है, तो विंडो एसी पर्याप्त हो सकता है। बड़ी जगहों के लिए स्प्लिट एसी ज़्यादा कारगर होगा।

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2. एसी क्षमता

1 टन: छोटे कमरों के लिए उपयुक्त।

1.5 टन: मध्यम आकार के कमरों के लिए आदर्श।

2 टन: बड़ी जगहों के लिए सबसे बढ़िया।

सुझाव: यूनिट पर ज़्यादा बोझ डाले बिना कुशल कूलिंग सुनिश्चित करने के लिए अपने कमरे के आकार के आधार पर AC चुनें।

3. ऊर्जा दक्षता रेटिंग

सभी एयर कंडीशनर एक स्टार रेटिंग के साथ आते हैं जो उनकी ऊर्जा दक्षता को दर्शाता है।

5-स्टार रेटिंग: कम ऊर्जा खपत और बिजली बिलों पर अधिक बचत को दर्शाता है।

3-स्टार रेटिंग या उससे कम: आम तौर पर ज़्यादा बिजली की खपत होती है, जिससे बिल ज़्यादा आता है।

सिफारिश: ऊर्जा बचत को अधिकतम करने के लिए 4-स्टार या 5-स्टार रेटेड AC चुनें।

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4. सामान्य AC बनाम इन्वर्टर AC

मानक एयर कंडीशनर के अलावा, आपके पास इन्वर्टर AC का विकल्प भी है।

इन्वर्टर AC: ज़्यादा सुविधाएँ प्रदान करता है और कूलिंग की ज़रूरतों के आधार पर बिजली की खपत को समायोजित करता है, जिससे समय के साथ महत्वपूर्ण ऊर्जा बचत हो सकती है।

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