एक ऐसा गांव जहां सुहागरात के समय दूल्हा-दुल्हन के लिए बिछाए जाते है सफ़ेद चादर, जानिए चौकाने वाली वजह
अक्सर ऐसा देखा जा सकता है कि शादी के बाद पति-पत्नी को अकेले में समय बिताने को समय दिया जाता है और आज के पीढ़ी के लोग हनीमून पर भी जाते है वहीं दूसरी ओर भारत में कुछ ऐसी जगह भी है जहां आज भी पति-पत्नी को अकेले में समय बिताने को नहीं दिया जाता है। तो चलिए आज हम आपको एक ऐसी परंपरा के बारे में बताने वाले हैं जिसके बारे में आप सुनकर आप सभी हैरान रह जाएंगे।
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दरअसल भारत में कंजारभाट नामक एक समुदाय है, जहां शादी की पहली रात को लड़का और लड़की को अकेले छोड़ने की जगह पूरा गांव उनके कमरे के पास ही बैठा रहता है. दरअसल दोस्तों वह लोग इस दौरान लड़की की कौमार्य का निरीक्षण करते हैं।
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यहां का रिवाज है कि शादी की पहली रात दोनों जोड़ियों को एक के होटल का कमरा बुक करके दिया जाता है और संबंध बनाने के लिए एक सफेद चादर भी दी जाती है। इसी दौरान समुदाय के मुखिया पंचायत लगाकर कमरे के बाहर ही मौजूद रहते हैं। आपको बता दें कि इस कृति में दुल्हन के साथ शारीरिक संबंध बनाने से पहले उसको सब गहने और कपड़े उतारने को कहा जाता है, क्योंकि चादर पर सम्बन्ध बनाने के दौरान लड़की का चादर पर खून लगना ही उसे टेस्ट में पास करवाना है।
इसी बीच रात को दूल्हा उठकर कमरे से बाहर खड़ी पंचायत को वह सफ़ेद कपडा शौप देता है. अगर पंचायत को सादर में खून के धब्बे मिल जाए की उस लड़की को गांव की बहू करार दे दिया जाता है और अगर उन्हें वहां खून नहीं मिलता तो लड़की को बुरी तरह से मारपीट कर भगा दिया जाता है।