इंटरनेट डेस्क। पिछले साल यानी की 2017 में मानसून ने कुछ अलग ही कमाल दिखाया था। 2017 के जुन माह में पहले भीषण गर्मी और उनके बाद बारिश ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस माह में अधिकतम तापमान 44 डिग्री और न्यूनतम 32 डिग्री ने 35 साल का रिकॉर्ड पीछे कर दिया था।

जानकारी के अनुसार बतयाा गया की जुन में 50.1 मिमी बारिश पिछले आठ साल में सबसे ज्यादा दर्ज की गई थी। पिछली साल मॉनसून जाते-जाते राजधानी में अपने जलवे दिखा गया था। राजधानी में सितंबर माह में दूसरी बार 24 घंटे में इतनी अधिक बारिश का रिकॉर्ड बना है।

बात दें मौसम विभाग ने इस बात की कुछ दिन पहले घोषणा कर दी थी कि पश्चिमी विक्षोभ के पैदा होने और मॉनसून की पूर्वी और पश्चिमी हवाओं में टकराव के कारण हिमाचल और उत्तराखंड में तेज बारिश होगी। जिसका असर सितंबर से दिल्ली में देखने को मिला।

विभाग के अनुसार राजधानी में 77.8 मिलीमीटर बारिश हुई। इससे पहले दस साल में वर्ष 2009 में 10 सितंबर को इससे अधिक 93.8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई थी। विभाग की माने तो दस साल में 2016 के सितंबर माह में सबसे अधिक 332 मिलीमीटर बारिश वर्ष 2010 में हुई थी। सितंबर माह में सबसे कम 21.8 मिलीमीटर बारिश वर्ष 2015 में हुई थी।

आठ साल में जून में हुई बारिश

वर्ष 2009 की बात की जाए तो इस साल मानसून 17.6 रहा था। 2010 में 40.1, 2011 में 39, 2012 में 13, 2013 में 10, 2014 में 29.3, 2015 में 38.3, 2016 में 30.3, और 2017 में 50.1 रहा था। पिछले साल वैसे मानसून काफी अच्छा रहा है।

बारिश से फसलों क्‍या असर रहा

पिछले साल जुन माह की बात की जाए जो बारिश से गन्ना, चारा, लौकी, तौरी, धान की पौध आदि फसलों को काफी लाभ मिला। जिस समय बारिश की बहुत जरूरत थी।

पिछले साल बारिश होने से धान की बुवाई भी समय पर ही शुरू हो गई। मानसून से काफी कुछ किसानों को फायदा मिला है।

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