8 ऐसे सबूत जो बताते हैं कि भगवान हनुमान आज भी है धरती पर मौजूद
ऐसा कहा जाता है कि कलयुग में अगर कोई भगवान पृथ्वी पर साक्षात मौजूद है तो वो कोई और नहीं सिर्फ पवन पुत्र हनुमान ही है।हिन्दू धर्म में शास्त्रों के अनुसार भगवन शिव के अवतार हनुमान को अमर बताया गया है। हिन्दू धर्म में बजरंग बली को बल और बुद्धि का दाता कहा जाता है, सिर्फ हनुमान चालीसा पढ़ने मात्र से ही मनुष्य भय मुक्त हो जाता है।
इतना ही नहीं भगवान हनुमान का अस्तित्व आज भी धरती पर अपने भक्तों के कल्याण के लिए मौजूद है। कुछ ऐसे सबूत है जो ये दर्शाते है कि भगवान हनुमान का अस्तित्व अज भी है – बजरंग बली आज भी धरती पर मौजूद है।
ये रहे वे सबूत जो ये साबित करते है कि भगवान हनुमान का अस्तित्व आज भी धरती पर मौजूद है-
1. पुराणों में इनके जाने की बात का कही उल्लेख ही नहीं है-
वेदों और पुराणों में भगवान हनुमान के जन्म की कहानी है, लेकिन उनके जाने का कही से कही तक किसी वेद, पुराण और शास्त्र में उल्लेख नहीं है। जो यह साबित करते है कि हनुमान अजर-अमर है और वे हर वक्त धरती पर मौजूद रहते है।
2. इन संतों को दिए थे साक्षात दर्शन-
सन 1600 में तुलसीदास को रामायण का हिंदी अनुवाद लिखने के लिए खुद हनुमान ने उनको दर्शन दिए थे। इनके अलावा रामदास स्वामी, राघवेन्द्र स्वामी, श्री सत्य साईं बाबा को हनुमान ने साक्षात दर्शन दिए है।
3. श्रीलंका में आदिवासी कबिले को दर्शन देते है-
श्रीलंका में एक आदिवासी कबिले के लोग आज भी कहते है कि भगवान हनुमान उनको साक्षात दर्शन देते है। इस कबिले का नाम मातंग है और इसका संबंध रामायण के पात्र विभीषण से बताया जाता है।
4. गंधमादन पर्वत पर आज भी है निवास-
शास्त्रों के अनुसार कहा गया है कि हनुमान कलयुग में गंधमादन पर्वत पर निवास करेंगे। आज भी वहां के साधू संत वहां पर चमत्कार होने की पुष्टि करते आये है।
5. महाभारत में काल में हनुमान जी के होने के सबूत मिलते है-
आपको बता दें कि हनुमान जी रामायण में तो थे ही लेकिन महाभारत में भी उनके होने के कई प्रमाण मिल चुके है। भीम की जंगल में हनुमान से भेंट होना और अर्जुन के रथ पर हनुमान जी खुद विराजमान थे।
6. नैनीताल के इस मंदिर में दर्शन देते है हनुमान-
नैनीताल में बजरंग बली का चमत्कारिक मंदिर है इस मंदिर का नाम कैची धाम है, इस मंदिर में चमत्कारों की बाते पूरे विश्व में प्रसिद्द है।
7. शिमला के इस मंदिर में है हनुमान जी के पद चिन्ह-
शिमला में एक मंदिर है जिसका नाम जाखू हनुमान मंदिर है, इस मंदिर में हनुमान जी के पैरों के निशान आज भी मौजूद है।
8. श्रीलंका में मिले है महामानव के पद चिन्ह-
जब हनुमान जी ने माता सीता को खोजने के लिए समुद्र पार किया था तब उन्होंने महामानव का भव्य रूप धारण कर लिया था। जब वे लंका पहुंचे तो उनके पैरों के निशान बन गए। आज भी उनके पैरों के निशान श्रीलंका में देखे जा सकते है।