रावण रामायण का एक प्रमुख प्रतिचरित्र है। रावण लंका का राजा था। वह अपने दस सिरों के कारण भी जाना जाता था, जिसके कारण उसका नाम दशानन (दश = दस + आनन = मुख) भी था। रावण में अनेक गुण भी थे। उसे सभी वेदों और उपनिषदों का ज्ञान था और वह एक प्रकांड पंडित था।

लेकिन अपनी राक्षस प्रवृति के कारण राम ने उसका वध किया। हालाकिं उस दौरान कुछ ऐसे सपने भी उसने देखे जो कभी पूरे नहीं हो सके। इन्ही के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।

1. रावण का सबसे पहला सपना यह था, कि वह धरती से स्वर्ग तक एक सीढ़ी का निर्माण करें। वह चाहता था कि हर व्यक्ति स्वर्ग में जाए इसलिए रावण ने धरती से लेकर स्वर्ग तक सीढ़ियां बनाने का काम शुरू कर दिया था। लेकिन जब यह सीढ़ियां बनकर तैयार होती भगवान राम ने रावण का वध कर दिया था।
2. रावण का दूसरा सपना था समुद्र के पानी को मीठा करना, रावण को पता था कि पृथ्वी पर पीने का पानी कम है। अगर समुद्र का पानी मीठा हो जाए तो पीने की पानी की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी।


3. रावण का तीसरा अधूरा काम सोने में सुगंध भरना था, इसकी वजह यह थी कि रावण सोने का शौकीन था। और उसने अपने पूरी नगरी भी सोने की बनाई थी, रावण चाहता था कि सोने में सुगंध आ जाए। ताकि उसे कहीं भी सुगंध से जान लिया जाए ऐसा करने से सोना की तलाश भी आसानी हो जाती।
4. रावण का चौथा सपना था रंगभेद को खत्म करना, रावण स्वयं काला था इसलिए वह चाहता था, कि सभी लोग गोरे दिखे और कोई किसी भी सांवले रंग को लेकर मजाक ना बनाएं।
5. रावण का पांचवा सपना था खून के रंग को सफेद करना, रावण ऐसा इसलिए करना चाहता था। ताकि उसके द्वारा किए जाने वाली हत्या का पता किसी को ना चले।
6. रावण अगर कुछ दिन और जीवित रहता तो वह अपना छठा सपना भी पूरा कर लेता, वह मदिरा को गंधहीन बनाना चाहता था। जिससे सभी लोग मदिरापान का आनंद ले सके।
7. रावण का सातवां और आखिरी सपना यह था कि संसार में भगवान की पूजा बंद हो जाए और लोग उसकी पूजा करें। लेकिन रावण का यह सपना उसके साथ ही जलकर खाक हो गया।

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