इस दिन जन्म लेने वाले बच्चे का स्वभाव होते है सबसे अलग
जन्म और मृत्यु का निर्धारण तो ईश्वर करता हैं। लेकिन कई बार ईश्वर के इस काम में हम साधारण मनुष्य हस्तक्षेप कर लेते हैं। कहने का मतलब ये है कि दिन और दशा को देखते हुए हम जन्म और मृत्यु को शुभो और अशुभ का नाम दे देते है। वैसे तो किसी भी व्यक्ति का जन्म उसके निर्धारित समय पर होता है और बच्चे के भविष्य का जन्म के समय के ग्रह-नक्षत्र के आधार पर किया जाता है।
हिंदी धर्म में ज्योतिष शास्त्र का बड़ा ही महत्व है। इसलिए ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, बच्चे के जन्म के समय का व तिथि का प्रभाव भी बच्चे पर पड़ता है। कहते है अमावस्या के दिन चंद्रमा दिखाई नहीं देता है, जिस कारण से शास्त्रों में अमावस्या को नकारात्मक ऊर्जा वाली रात माना जाता है, और इस दिन किसी बच्चे का जन्म शुभ नहीं होता।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, अमावस्या तिथि के दिन जन्म लेने वाले जातक कम विद्या और बुद्धि वाले होते हैं। इस दिन जन्मे बच्चे पर नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव ज्यादा रहता है, जिस कारण से ऐसे बच्चे अपराधी प्रवृति के होता हैं। इसी कारण से इस दिन जन्मे बच्चे को शुभ नहीं माना जाता है।