हिन्दू धर्म में होली का फेस्टिवल बहुत धूम धाम से मनाया जाता है। इस दिन हर कोई अपनी आपसी अनबन भुला कर एक साथ मिलकर होली खेलते है। वैसे तो होली खुशियों का फेस्टिवल है। होली के दौरान हर रंगो का अपने आप में बहुत खास महत्व होता हैं। हर रंग के अपने अलग ही मायने होते हैं। रंगों का मनुष्य के शरीर से नहीं उसकी, मनः स्थिति से भी गहरा रिश्ता है। वे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर अपना प्रभाव डालते हैं।

लाल: होली के मौके पर सबसे ज्यादा लाल रंग का प्रयोग होता है। लाल रंग उल्लास और शुद्धता का प्रतीक है। होली के दौरानलाल रंग जोश का संचार तो करती है साथ ही साथ हर वर्ग के लोगों में ऊर्जा का भी प्रवाह करती है।

पीला: पीला रंग ज्योति का पर्याय माना जाता है। इसको देखने से मन में प्रकाश, ज्ञान का आभास होता है। इस रंग का प्रभाव सीधा मस्तिष्क पर पड़ता है और मन अध्यात्म की ओर उन्मुख हो जाता है।

हरा: यह राहत पहुंचाने वाला रंग है। यह रंग शाति का प्रतीक है और मन की चंचलता को दूर करता है। हरा रंग प्रकिति की सुंदरता को दर्शाता है। इसके साथ ही यह प्रकृति का सबसे प्यारा रंग है।

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