हीरा एक एक ऐसा धातु है जो हमेशा के लिए दुनिया में रहेगा। अब ये सामने आया है कि सूर्य के सबसे निकट का ग्रह बुध पर हीरों की बहुतायत है। एक नए शोध के अनुसार, बुध की सतह पर और ग्रह के अंदर 16 क्वाड्रिलियन टन के हीरे हो सकते हैं।

बुध एक ऐसा ग्रह है जिस पर लेट हेवी बॉम्बार्डमेंट नामक अवधि के दौरान क्षुद्रग्रहों, धूमकेतुओं और उल्कापिंडों द्वारा भारी बमबारी होती है। यह इसे उन परिस्थितियों के लिए एक आदर्श उम्मीदवार बनाता है जिनमें हीरा बनाया जाता है। ग्रह में ग्रेफाइट बहुतायत में है, जो कार्बन तत्व का शुद्ध रूप है। क्षुद्रग्रह और उल्का हमलों ने इसे हीरे में बदल दिया होगा।

क्या ये पृथ्वी पर हीरे की तरह हैं और क्या इनका खनन किया जा सकता है?

इस महीने की शुरुआत में अमेरिका के ह्यूस्टन में लूनर एंड प्लैनेटरी साइंस कॉन्फ्रेंस (LPSC) में प्रदर्शित सिमुलेशन मॉडल का कहना है कि जो हीरे बुध पर मौजूद हैं, वे ज्यादातर अंदर हैं और सतह पर लगभग एक या दो प्रतिशत है।

वे हीरे जो उन छोटे बादल वाले हीरों के करीब होंगे जिनका उपयोग मनुष्य गहनों के लिए रत्नों में काटे गए बड़े पत्थरों के बजाय औद्योगिक उपयोग में करते हैं।

अब सवाल ये है कि क्या हम इन हीरों का खनन कर सकते हैं? तो बता दें कि अंतरिक्ष खनन एक ऐसा विचार है जिसने हाल के दिनों में बहुत अधिक कर्षण प्राप्त किया है। लेकिन जबकि अंतरिक्ष खनन अपने आप में एक जटिल प्रक्रिया है, इसलिए शोधकर्ताओं का कहना है कि बुध एक कठिन खनन गंतव्य होगा क्योंकि कक्षीय यांत्रिकी के कारण लैंडिंग कठिन है। हालांकि, भविष्य में ऐसा होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।

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