सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद जो राजनीति शुरू हुई थी, वो आज एक ऐसे मोड़ पर पहुंच गई, जहां से इसका असर महाराष्ट्र की राजनीति पर पड़ना तय है, वही अब कंगना रनौत ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार पर सुशांत की मौत के दोषियों को बचाने का आरोप लगाया था, इसके बाद शिवसेना के नेताओं ने उनके खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी थी।

बीएमसी के अधिकारियों का कहना है कि ये अवैध निर्माण है, इसका नोटिस कंगना को एक दिन पहले ही भेजा गया था। जिसका उन्होंने जवाब भी दे दिया था, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ, कंगना रनौत कल सुबह चंडीगढ़ से मुंबई के लिए रवाना हुईं थीं,लेकिन उनके पहुंचने से पहले बीएमसी का बुलडोजर चलता रहा।

इस दौरान कंगना रनौत के वकील रिजवान सिद्दीकी भी मौके पर पहुंचे, उन्होंने बीएमसी के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। तोड़फोड़ की कार्रवाई के खिलाफ कंगना के वकील ने बॉम्बे हाई कोर्ट में अपील की, दोपहर होते-होते कोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर रोक लगा दी, लेकिन इससे पहले ही कंगना का दफ्तर पूरी तरह तहस-नहस किया जा चुका था।

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