हरियाणा पुलिस ने अभिनेत्री मुनमुन दत्ता को एक वीडियो में अनुसूचित जाति के लोगों के खिलाफ कथित तौर पर जातिवादी शब्दों और टिप्पणी करने के लिए केस दर्ज किया है।

मामला दर्ज होने से पहले ही, अभिनेत्री ने "हर एक व्यक्ति से माफी मांगी थी", जिसमे उन्होंने, शब्द के गलत उपयोग के कारण अनजाने में होने की बता कही थी ।

मुनमुन दत्ता ने दावा किया था कि उन्होंने 'अपनी भाषा की बाधा के कारण' गलत शब्द का इस्तेमाल किया और कहा कि उन्हें वास्तव में इसके अर्थ के बारे में गलत जानकारी दी गई थी। नेशनल अलायंस फॉर दलित ह्यूमन राइट्स के संयोजक रजत कलसन की शिकायत पर दत्ता के खिलाफ हरियाणा के हांसी शहर में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

हांसी पुलिस ने दत्ता के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।

शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि दत्ता ने अनुसूचित जाति के लोगों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की। पुलिस ने कहा कि कलसन ने 11 मई को हांसी पुलिस अधीक्षक को एक लिखित शिकायत और दत्ता के कथित वीडियो वाली एक सीडी सौंपी थी।शिकायत पर कार्रवाई करते हुए, हांसी की पुलिस अधीक्षक निकिता गहलोत ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया था।

दत्ता ने सोमवार को ट्विटर का सहारा लिया और कहा कि "यह एक वीडियो के संदर्भ में है जिसे मैंने कल पोस्ट किया था जिसमें मेरे द्वारा इस्तेमाल किए गए एक शब्द का गलत अर्थ निकाला गया है। इसे मैंने अपमान, डराने, अपमानित करने या किसी की भावनाओं को आहत करने के इरादे से कभी नहीं कहा। मेरी भाषा की बाधा के कारण, मुझे वास्तव में शब्द के अर्थ के बारे में गलत सूचना दी गई थी। ,"

उन्होंने आगे लिखा"एक बार जब मुझे इसके अर्थ के बारे में पता चला तो, तो मै अपने उन शब्दों को वापस लेती हु। मेरे मन में हर जाति, पंथ या लिंग के हर एक व्यक्ति के लिए अत्यंत सम्मान है और हमारे समाज या राष्ट्र में उनके अपार योगदान को स्वीकार करती हूं।"

मुनमुन दत्ता के इस वीडियो पर बुरी तरह बवाल मच गया और लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी गिरफ्तारी की मांग करनी शुरू कर दी। इसके बाद मुनमुन दत्ता ने माफी मांग ली थी, पर अब उनकी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।

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