...इस बड़ी वजह से अवॉर्ड फंक्शन में कभी नहीं जाते हैं सुपरस्टार आमिर खान
आपको जानकारी के लिए बता दें कि साल 1995 में रिलीज हुई सुपरहिट मूवी रंगीला से जुड़े स्टार कास्ट और क्रू मेंबर्स तक सभी आगे चलकर स्टार बन गए। इनमें रंगीला की एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर, एक्टर आमिर खान, कोरियोग्राफर अहमद खान और कॉस्टयूम डिज़ाइनर मनीष मल्होत्रा शामिल हैं।
साल 1995 में ही राकेश रोशन की शाहरुख़-सलमान स्टारर मूवी करन-अर्जुन रिलीज़ हुई थी। यह फिल्म भी सुपरहिट साबित हुई। दरअसल रंगीला फिल्म में आमिर खान का किरदार शाहरूख खान को करना था और जैकी श्राफ का किरदार सलमान के लिए था, लेकिन इन दोनों ने फिल्म में काम करने से इनकार कर दिया।
जबकि हीरोईन उर्मिला की जगह श्रीदेवी का नाम फिक्स था। लेकिन बाद में यह फिल्म आमिर, जैकी और उर्मिला के साथ बनी। आमिर खान को जब राम गोपाल वर्मा उनके किरदार के बारे में बताया तो उन्होंने इस फिल्म के लिए हामी भर दी। आमिर खान को पूरी उम्मीद थी कि इस बार के फिल्मफेयर का बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड उन्हें ही मिलेगा। अवॉर्ड तो छोड़िए उन्हें उस कैटेगिरी में नॉमिनेशन तक नहीं मिला।
साल 1995 के बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे के लिए शाहरुख़ खान को दिया गया। इससे पहले भी आमिर खान को क़यामत से क़यामत तक के लिए कोई अवॉर्ड नहीं मिला था। तभी से आमिर खान ने निर्णय ले लिया कि वो कभी भी अवॉर्ड फंक्शन में झांकने भी नहीं जाएंगे। आमिर खान अपना बनाया हुआ रूल आज तक फॉलो करते हैं।