सुशांत सिंह राजपूत की मौत के सिलसिले में दिल्ली के AIIMS के डॉक्टरों के एक पैनल ने CBI को अपनी रिपोर्ट सौंपी है, सूत्रों के हवाले से जानकारी है कि इस रिपोर्ट में कहा गया है कि उनकी मौत जहर देने की वजह से नहीं हुई है, जहर देने के आरोप और दावे सुशांत के परिवार और अन्य लोगों की तरफ से उठाए गए थे।


सूत्रों का कहना है कि सीबीआई 'आत्महत्या के लिए उकसाने' वाले आरोपों में अपनी जांच जारी रख सकती है, मुंबई पुलिस ने अपने केस में यह आरोप लिस्ट किया था। सूत्रों ने बताया है कि एम्स के पैनल ने ऑटोप्सी करने वाले मुंबई हॉस्पिटल की तरफ से भी कुछ गड़बड़ियां किए जाने का मुद्दा उठाया है।

पिछले हफ्ते ही परिवार के वकील विकास सिंह ने दावा किया था कि एम्स के पैनल में शामिल एक डॉक्टर ने उन्हें बताया था कि सुशांत सिंह का गला दबाया गया था। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा था, 'आत्महत्या के लिए उकसाने को SSR की हत्या में बदलने में सीबीआई के फैसले में हो रही देरी से निराशा बढ़ रही है, एम्स टीम में शामिल एक डॉक्टर ने बहुत पहले ही बताया था कि जो फोटो मैंने भेजे थे, उससे 200 प्रतिशत रूप ऐसा लगता है कि मौत गला दबाने से हुई है, आत्महत्या से नहीं.'

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