भारतीय रेलवे की बात करें तो ये एशिया का सबसे बड़ा साधन है, जिससे रोजना लाखों यात्री सफर करतेे हैं। आपको ही होगा रेलवे के परिवहन के लिए एक निश्चित ट्रैक बनाया जाता है जिसे पटरी कहा जाता हैै। यह पटरी लोहे का बना होता है जो लम्‍बी दूरी तक रेलवे लाइन की पटरीयां बिछी होती है जो एक बडे सेक्‍शन से आपस में जोडे जाते हैं।

अगर आप पटरीयों के इन जोडों को गौर से देखें तो इनमें थोडी-थोडी जगह छोडी जाती है। इनको बिलकुुल मिलाकर नहीं लगाया जाता हैै। मन में कभी ये सवाल आया होगा कि आखिर ये गैप क्यों छोड़ा जाता है तो आइये जानतेे हैं इसका सही जबाब।

जैसा कि आप जानते हैं पटरीयॉ लोहे से बनाई जाती है, और लोहा गर्मीयों के मौसम में ताप से फैलता है और सर्दीयों में ठंड से सिकुडता है अगर पटरीयोंं को आपस में मिलाकर जोडा जायेगा तो गर्मीयों के मौसम में लैहे के फैैलने केे कारण पटरीयों के टूटने या टेडे मेडे होने की सम्‍भाबना रहती है। इस कारण रेल की पटरियों के बीच में खाली जगह छोडी जाती है।

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